लंदन:
वैज्ञानिकों ने टूटे दिल को जोड़ने का तरीका इजाद करने का दावा किया है। द टेलीग्राफ की खबरों के मुताबिक, लिवरपूल जॉन मोरिस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक दल ने दिल का दौरा पड़ने के बाद हृदय की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को फिर से दुरूस्त करने का तरीका खोज निकाला है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसुलिन से मिलते-जुलते प्रोटीन को सीधे हृदय तक पहुंचाने से क्षतिग्रस्त कोशिकाएं अपने आप खुद की मरम्मत का काम कर सकती हैं और शरीर का यह अंग फिर से सुचारू ढंग से काम करना शुरू कर देता है। सूअरों पर किए गए परीक्षण से पता चला है कि कुछ खास वृद्धि कारकों के प्रयोग से रीजेनेरेटिव चिकित्सकीय इलाज के बाद हृदय की निष्क्रिय कोशिकाएं फिर से सक्रिय हो सकती हैं। वैज्ञानिकों ने कहा कि उनके चार साल के अध्ययन से जो नया उपचार का तरीका इजाद हुआ है वह अन्य शोधकर्ताओं द्वारा विकसित अन्य उपचारों से काफी अलग है। इस शोध के नतीजे दिल के दौरे का इलाज आसान और सस्ता बना सकते हैं। टीम की अगुवाई कर रहे डॉ. बर्नाडो नडाल गिनार्ड ने कहा कि अभी इसका शुरूआती परीक्षण चल रहा है। टीम के सदस्य डॉ जियोरजिना एलिसन ने कहा कि शुरुआती जांच में हमें काफी उत्साहजनक प्रमाण मिले हैं।