भारत में चीन के राजदूत वेई वेई ने शनिवार को कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार बनने के बाद भारत-चीन संबंधों में नई ऐतिहासिक शुरुआत हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय लाभकारी आर्थिक सहयोग के विस्तार की जरूरत है।
वडोदरा से 40 किलोमीटर दूर कारजान में तेबियन इलेक्ट्रिक एपरेटस स्टॉक कंपनी (टीबीईए) संयंत्र की शुरुआत करते हुए चीनी राजदूत ने यह भी कहा कि उनका देश उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की यात्रा को काफी अहमियत दे रहा है क्योंकि नई दिल्ली में सरकार बदलने के बाद किसी शीर्ष राजनेता की पहली चीन यात्रा है। अंसारी गुरुवार को पांच दिन की चीन यात्रा पर रवाना हुए।
यात्रा के दौरान वह अपने समकक्ष ली युआनछाओ के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे और पंचशील समझौते की 60वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
वेई वेई ने कहा, 'भारत और चीन को मित्रता और सौहार्द को और बढ़ाना चाहिए तथा द्विपक्षीय रूप से लाभकारी आर्थिक सहयोग का विस्तार करना चाहिए क्योंकि नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार बनने से दोनों देशों के बीच संबंधों के एक नए युग की शुरुआत हो रही है।'
उन्होंने कहा कि भारत और चीन को मुख्य रूप से दो क्षेत्रों बुनियादी ढांचा तथा औद्योगिक पार्क विनिर्माण के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत बनाना चाहिए।
चीनी कंपनी टीबीईए एनर्जी (इंडिया) द्वारा 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर की लागत से बना ग्रीन एनर्जी पार्क करजान शहर के पास है तथा यह और चीनी निवेश आकर्षित करने का गुजरात सरकार की पहल का हिस्सा है।
वर्ष 2011 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब वह एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गुजरात में निवेश आकर्षित करने की संभावनायें तलाशने चीन की यात्रा पर गए थे।
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