इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित ने कार्यालय में अपने पहले दिन तक गाजा में बंधकों को रिहा करने का आह्वान किया था. नेतन्याहू ने कहा, 'मैं राष्ट्रपति ट्रंप को हमास से बंधकों को रिहा करने की जरूरत के बारे में दिए गए कड़े बयान के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं.' ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अगर जनवरी में उनके पदभार ग्रहण करने तक बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.'
क्या कहा ट्रंप ने
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यदि बंधकों को 20 जनवरी 2025 से पहले रिहा नहीं किया गया तो मैं जिस दिन अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करूंगा तो मिडिल ईस्ट को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी और उन लोगों को भी, जिन्होंने मानवता के खिलाफ इन अत्याचारों को अंजाम दिया है. जिम्मेदार लोगों को संयुक्त राज्य अमेरिका के लंबे और गौरवशाली इतिहास के किसी भी व्यक्ति से ज्यादा कठोर सजा दी जाएगी. बंधकों को तुरंत रिहा करें!
इसे लेकर ट्रंप के सहयोगियों ने भी उम्मीद जताई है कि अगले साल की शुरुआत में उनके पद पर लौटने से पहले युद्धविराम और बंधकों की रिहाई का समझौता हो जाएगा. बता दें कि हमास ने 7 अक्तूबर 2023 को इजरायल पर आजतक का सबसे जानलेवा हमला किया था. इस हमले में 1,208 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें अधिकतर नागरिक थे.
कितने लोग बंधक हैं
इस हमले के दौरान हमास ने 251 लोगों को बंधक बना लिया था. इनमें से 97 लोग अभी भी गाजा में बंधक हैं, जिनमें से 35 के बारे में सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्वसनीय माने जाने वाले क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इजरायल के जवाबी अभियान में गाजा में 44,429 लोग मारे गए हैं.
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