नेपाल के सिंधुपालचौक जिले में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 33 हो गई। हादसे में लापता 120 लोगों की तलाश जारी है।
बीते 2 अगस्त को हुए भयानक भूस्खलन के बाद मलबे से सुन कोशी नदी का बहाव रुक गया है, जिसके कारण बिहार में बाढ़ का संकट पैदा हो गया है।
भूस्खलन के परिणामस्वरूप नदी एक बड़ी झील के रूप में तब्दील हो गई है।
नदी में जमा मलबे को हटाने के लिए नेपाली सेना ने उसमें विस्फोट किया, ताकि नेपाल और भारत को ज्यादा नुकसान पहुंचाए बिना पानी की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की जा सके।
सिंधुपालचौक जिले के मुख्य जिला अधिकारी गोपाल पराजुली ने कहा, हमने शनिवार को 10 शव और सोमवार को 23 शव बरामद किए। पराजुली ने कहा कि 120 लोग अभी भी लापता हैं।
कुछ हजार लोग, जिन्होंने भूस्खलन के बाद ऊंचे स्थानों पर शरण ले रखी थी, वे अपने घर लौट रहे हैं। नेपाल के कम से कम सात जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
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