काबुल:
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने रविवार को देश में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों एवं गोलीबारी के लिए खासकर उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के खुफिया तंत्र की विफलता को जिम्मेदार ठहराया है।
विस्फोटों के बाद पहली प्रतिक्रिया में करजई ने सोमवार को कहा, "काबुल तथा अन्य प्रांतों में आतंकवादियों की घुसपैठ हमारी, खासकर नाटो के खुफिया तंत्र की विफलता का परिणाम है और इसकी जांच की जानी चाहिए।"
'बीबीसी' के अनुसार, उन्होंने आतंकवादियों से निपटने में अफगान सुरक्षा कर्मियों की भूमिका की सराहना की और कहा कि इससे साबित हो गया है कि उनमें देश की रक्षा की क्षमता है।
काबुल तथा अन्य शहरों में तालिबान आतंकवादियों तथा कुछ अन्य गिरोहों ने रविवार को समन्वित हमला कर दिया था। सुरक्षा बलों के साथ उनकी मुठभेड़ सोमवार को समाप्त हुई। इस संघर्ष में 36 आतंकवादियों सहित कम से कम 48 लोग मारे गए और 65 घायल हो गए। सैन्य कार्रवाई करीब 18 घंटे चली।
विस्फोटों के बाद पहली प्रतिक्रिया में करजई ने सोमवार को कहा, "काबुल तथा अन्य प्रांतों में आतंकवादियों की घुसपैठ हमारी, खासकर नाटो के खुफिया तंत्र की विफलता का परिणाम है और इसकी जांच की जानी चाहिए।"
'बीबीसी' के अनुसार, उन्होंने आतंकवादियों से निपटने में अफगान सुरक्षा कर्मियों की भूमिका की सराहना की और कहा कि इससे साबित हो गया है कि उनमें देश की रक्षा की क्षमता है।
काबुल तथा अन्य शहरों में तालिबान आतंकवादियों तथा कुछ अन्य गिरोहों ने रविवार को समन्वित हमला कर दिया था। सुरक्षा बलों के साथ उनकी मुठभेड़ सोमवार को समाप्त हुई। इस संघर्ष में 36 आतंकवादियों सहित कम से कम 48 लोग मारे गए और 65 घायल हो गए। सैन्य कार्रवाई करीब 18 घंटे चली।