नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा ने ऑस्ट्रेलिया की धरती से 'मिनी हबल' टेलीस्कोप लॉन्च किया है. अर्नहेम स्पेस सेंटर से सबऑर्बिटल साउंडिंग रॉकेट ने सफलतापूर्वक उड़ान भरी है. ये 1995 के बाद से ऑस्ट्रेलिया से लॉन्च होने वाला पहला नासा रॉकेट है. दरअसल नासा ने नुलुनबाय के पास धुपुमा पठार के उत्तरी क्षेत्र स्थित अर्नहम अंतरिक्ष केंद्र से तीन रॉकेट प्रक्षेपित करने का ऐलान किया था. तीनों रॉकेट 13 मीटर के ‘साउंडिंग' रॉकेट हैं, जो अंतरिक्ष की कक्षा में नहीं पहुंचेंगे, लेकिन वैज्ञानिक अवलोकन करेंगे. ये प्रक्षेपण ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष उद्योग के लिए कई मामलों में इतिहास स्थापित करेगा.
ये भी पढ़ें - साउथ अफ्रीका की बार में 21 स्टूडेंट्स मृत पाए गए, मौत की वजह साफ नहीं
इक्वेटोरियल लॉन्च ऑस्ट्रेलिया के सीईओ माइकल जोन्स ने लिफ्ट-ऑफ से पहले एएफपी को बताया कि "ये विशेष रूप से एक कंपनी के रूप में हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, लेकिन ये ऑस्ट्रेलिया के लिए ऐतिहासिक है." जोन्स, जिनकी कंपनी ऑस्ट्रेलिया के सुदूर उत्तर में लॉन्च साइट की मालिक है और संचालित करती है. उन्होंने इसे देश के अंतरिक्ष उद्योग के लिए "कमिंग आउट" पार्टी के रूप में वर्णित किया और कहा कि नासा के साथ काम करने का मौका देश में वाणिज्यिक अंतरिक्ष फर्मों के लिए एक मील का पत्थर था.
History made ✅
— Australian Space Agency (@AusSpaceAgency) June 26, 2022
The 1st of 3 @NASA scientific rockets has successfully launched from @ela_space Arnhem Space Centre in the NT.
It's Australia's 1st commercial launch & NASA's 1st from a commercial facility outside the US.
This is a milestone moment for our ???????? space sector ???? pic.twitter.com/oVnAeRNfzH
नासा के अनुसार, प्रक्षेपण दूर की प्रणालियों की एक अनूठी झलक पेश करता है और वैज्ञानिकों के लिए नई संभावनाओं को खोलता है.
तीनों रॉकेट का निर्माण नासा ने किया है और इनका इस्तेमाल सूर्य की भौतिकी, खगोल भौतिकी और ग्रह विज्ञान के प्रकार की वैज्ञानिक जांच के लिए किया जाएगा, जो हम केवल दक्षिणी गोलार्ध में ही कर सकते हैं. नासा के इस करार की घोषणा 2019 में की गई थी. हालांकि, कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन और यात्रा पाबंदियों के कारण प्रक्षेपण कार्यक्रम में देरी हुई है. (भाषा इनपुट के साथ)
VIDEO: सुंदरबन में बढ़ता मानव-बाघ संघर्ष और इससे कैसे निपटा जा रहा है
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं