प्रतीकात्मक तस्वीर
वाशिंगटन:
नासा ने पुष्टि की है कि वह लाल ग्रह पर एक स्वायत्त हेलीकॉप्टर भेजने जा रहा है, जो मार्स रोवर मिशन के साथ जाएगा, जिसे साल 2020 के जुलाई में रवाना किया जाएगा. छोटा, हल्का मार्स हेलीकॉप्टर इस लाल ग्रह पर हवा-से-भारी वाहनों की व्यवहार्यता और क्षमता का प्रदर्शन करेगा. नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेंस्टीन ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, "किसी अन्य ग्रह के आसमान में हेलीकॉप्टर को उड़ाने का विचार रोमांचक है. मार्स हेलीकॉप्टर मंगल ग्रह के लिए हमारे भविष्य के विज्ञान, खोज और अन्वेषण मिशन के लिए बहुत कुछ मुहैया कराएगा."
इस परियोजना की शुरुआत नासा के जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी (जेपीएल) में साल 2013 के अगस्त में एक प्रौद्योगिकी विकास परियोजना के रूप में हुई थी. मार्स हेलीकॉप्टर का वजन महज 1.8 किलोग्राम है. यह हेलीकॉप्टर मार्स के पतले वायुमंडल में नियंत्रित ढंग से उड़ान भरने की कोशिश करेगा. इसमें सोलर बैटरियां हैं, जो इसके लीथियम ऑयन बैटरियों को चार्ज करेंगी. इसमें साथ ही इसे गर्म रखने की भी व्यवस्था तकनीक के द्वारा की गई है, ताकि मंगल पर रात के ठंडे वातावरण में यह गर्म रह सके.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस परियोजना की शुरुआत नासा के जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी (जेपीएल) में साल 2013 के अगस्त में एक प्रौद्योगिकी विकास परियोजना के रूप में हुई थी. मार्स हेलीकॉप्टर का वजन महज 1.8 किलोग्राम है. यह हेलीकॉप्टर मार्स के पतले वायुमंडल में नियंत्रित ढंग से उड़ान भरने की कोशिश करेगा. इसमें सोलर बैटरियां हैं, जो इसके लीथियम ऑयन बैटरियों को चार्ज करेंगी. इसमें साथ ही इसे गर्म रखने की भी व्यवस्था तकनीक के द्वारा की गई है, ताकि मंगल पर रात के ठंडे वातावरण में यह गर्म रह सके.
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