हाल ही में अमेरिकी मीडिया संस्थान सीएनएन ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसके अनुसार लंदन में रह रहे वेवूर कवि अजीज इसा एल्कुन अपने पिता की कब्र खोज नहीं सके और दावा किया कि सौ से अधिक वेवूर लोगों की कब्र स्थानीय सरकार द्वारा नष्ट कर दी गई हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि यह चीन सरकार का वेवूर लोगों की सांस्कृतिक पहचान मिटाने का एक तरीका है.
हाल ही में चाइना ग्लोबल टीवी नेटवर्क (सीजीटीएन) के संवाददाता शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश के अक्सू क्षेत्र की जायार काउंटी स्थित एल्कुन के घर गये. उनकी मां हेपिजम निजामिडिन सीजीटीएन संवाददाता को एल्कन के पिता के कब्र के पास ले गईं. उन्होंने सीएनएन की रिपोर्ट से एकदम अलग कहानी बताई.
#China destroyed my father's tomb, my #mother was forced to speak for #Chinese propaganda. I ask China: Let me speak to my mother. I've not spoken to her for 3years. Return her confiscated passport, let her unite with her son, allow her come to #UK. @BorisJohnson @foreignoffice pic.twitter.com/PUqp9AOxKZ
— Aziz Isa Elkun (@AzizIsaElkun) January 15, 2020
एल्कुन की मां ने बताया कि शिनच्यांग के गांवों में रहने वाले वेवूर लोग अपने मृत रिश्तेदारों को जमीन में दफनाते हैं. एल्कुन के पिता अपवाद नहीं थे, लेकिन मिट्टी से बनी कब्र अक्सर वर्षा, हवा या जंगली बिल्ली व कुत्तों द्वारा नष्ट किये जाने से क्षतिग्रस्त हो जाती हैं. गांववासियों को कब्र की मरम्मत करनी पड़ती थी.
वर्ष 2000 में स्थानीय नागरिक कल्याण विभाग ने गांववासियों की शिकायत मिलने के बाद लोगों की राय एकत्र कर पुराने कब्रिस्तान के पास नया पारिस्थितिकी हितैषी कब्रिस्तान बनाया. एल्कुन की मां ने भी वर्ष 2018 में अपने पति के कब्र को नए स्थल पर स्थानांतरित कर दिया, जो पहले के स्थान से 100 मीटर दूर है.
एल्कुन की मां ने सीजीटीएन संवाददाता को बताया कि हमने स्वेच्छा से कब्र को स्थानांतरित किया. नई कब्र ईंटों से बनी है, जिस पर हवा या वर्षा का प्रभाव नहीं पड़ता. कब्र के आसपास घास, फूल और पेड़ लगे हैं. गर्मी में दृश्य सुंदर लगता है. हम संतुष्ट हैं. अब मेरे पति फूलों से भरी सुकून वाली जगह पर आराम कर रहे हैं.
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