दुनिया के 78 देशों से अब मंकीपॉक्स वायरस (Monekypox Virus) के 18,000 से अधिक मामले सामने आए हैं. शायद स्मॉलपॉक्स वैक्सिनेसन (Smallpox Vaccination) काफी पहले बंद होने के कारण यूरोप (Europe) में मंकीपॉक्स के 70 प्रतिशत और 25 प्रतिशत मामले अमेरिका (US) में सामने आए हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से उबर रही दुनिया के सामने एक बड़ा सवाल यह है कि क्या मंकीपॉक्स वायरस से निपटने के लिए क्या रणनीति अपनाई जाए?
Monkeypox से बचाव में मदद सकता है रिंग वैक्सीनेशन (Ring Vaccination)
अभी तक मंकीपॉक्स की वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी लेकिन हाल ही में स्मॉलपॉक्स की वैक्सीन को ईयू ने मंकीपॉक्स पर प्रयोग करने के लिए मंजूरी दी. द लैंसेट पत्रिका की रिसर्च के अनुसार मंकीपॉक्स की वैक्सीन संक्रमण के संपर्क में आने के तुरंत बाद भी जा सकती है. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो रिंग वैक्सीनेशन का प्रयोग मंकीपॉक्स फैलने से रोक सकता है.
सेंटर फॉर डिसीज़ एंड कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, रिंग वैक्सीनेशन की रणनीति में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को तुरंत वैक्सीन दी जाती है. संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में लोगों के नज़दीकी लोगों को भी इस रणनीति के तहत वैक्सीन दी जाती है. इस तरीके से हर उस व्यक्ति को वैक्सीन दी जा दी जाती है जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क घेरे में आया हो.
रिंग वैक्सीनेशन (Ring Vaccination) के ज़रूरी है तुरंत जांच
रिंग वैक्सीन के लिए जल्दी सर्विलांस और जांच की की ज़रूरत होती है. अगर मंकीपॉक्स का प्रयोग संक्रमण के तुरंत बाद लगा किया जाए तो इससे संक्रमित व्यक्ति को सुरक्षा दी जा सकती है.
रिंग वैक्सीनेशन से काबू में आया था स्मॉलपॉक्स
सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल के मुताबिक स्मॉलपॉक्स (Smallpox) को जड़ से मिटाने के लिए 20वीं शताब्दी के मध्य में रिंग वैक्सीनेशन रणनीति का प्रयोग किया गया था. उस दौरान स्मॉलपॉक्स प्रसार को नियंत्रण करने के लिए जारी कार्यक्रमों टीकाकरण के लिए रिंग वैक्सीनेशन रणनीति ने बड़े पैमाने पर लोगों की जान बचाई.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं