
जीनत शहजादी का 2015 में कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था (फाइल फोटो)
लाहौर:
पाकिस्तानी महिला पत्रकार जिनका दो वर्ष पहले एक भारतीय इंजीनियर के मामले की छानबीन करते समय कथित अपहरण हो गया था, उनको रिहा करा लिया गया है. 'डेली नई खबर' और 'मेट्रो न्यूज टीवी चैनल' की पत्रकार जीनत शहजादी 19 अगस्त, 2015 को लापता हो गई थीं. घर से कार्यालय जाते समय कुछ अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर उनका अपहरण कर लिया था. ऐसा माना जा रहा है कि जीनत (26) को 'जबरन गायब' किया गया था. जीनत अपहरण से पहले भारतीय नागरिक हामिद अंसारी के मामले पर काम कर रही थी. अंसारी 2012 नवंबर को लापता हो गया था.
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'कमिशन ऑफ इन्क्वायरी ऑन इन्फोर्स्ड डिसअपीयरेंस' (सीआईईडी) के अध्यक्ष जस्टिस (सेवानिवृत्त) जावेद इकबाल ने शुक्रवार शाम बताया कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान की सीमा पर एक इलाके से गुरुवार रात जीनत को रिहा करा लिया गया है. इकबाल ने कहा, 'गैर सरकारी तत्वों और सरकार विरोधी एंजेसियों ने उनका अपहरण कर लिया था और उन्हें उनकी गिरफ्त से छुड़ा लिया गया है.'
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उन्होंने बताया कि बलूचिस्तान और खैबर-पख्तुनख्वा प्रांत के कबायलियों ने उनको रिहा कराने में अहम भूमिका निभाई. मानवाधिकार कार्यकर्ता बीना सरवर ने कहा, 'जीनत शहजादी को लाहौर में उनके परिवार से मिलवा दिया गया और हम उनकी सुरक्षित रिहाई से खुश हैं.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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'कमिशन ऑफ इन्क्वायरी ऑन इन्फोर्स्ड डिसअपीयरेंस' (सीआईईडी) के अध्यक्ष जस्टिस (सेवानिवृत्त) जावेद इकबाल ने शुक्रवार शाम बताया कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान की सीमा पर एक इलाके से गुरुवार रात जीनत को रिहा करा लिया गया है. इकबाल ने कहा, 'गैर सरकारी तत्वों और सरकार विरोधी एंजेसियों ने उनका अपहरण कर लिया था और उन्हें उनकी गिरफ्त से छुड़ा लिया गया है.'
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उन्होंने बताया कि बलूचिस्तान और खैबर-पख्तुनख्वा प्रांत के कबायलियों ने उनको रिहा कराने में अहम भूमिका निभाई. मानवाधिकार कार्यकर्ता बीना सरवर ने कहा, 'जीनत शहजादी को लाहौर में उनके परिवार से मिलवा दिया गया और हम उनकी सुरक्षित रिहाई से खुश हैं.'
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