प्रतीकात्मक तस्वीर
पेरिस:
मंगल की सतह पर तक पहुंचने के यूरोप का दूसरा प्रयास मुश्किलों में घिर गया लगता है, क्योंकि शुरुआती संकेत ऐसे मिले हैं कि उसका यान किसी दुर्घटना की भेंट चढ़ गया है.
वैसे धुंधली आशा को बरकरार रखते हुए जमीन पर मौजूद कंट्रोलर ने कहा कि ऐसा लगता है कि छोटे बच्चों के खेलने के लिए बने पैडलिंग पूल जितने आकार वाले इस यान का पैराशूट बहुत जल्द खुल गया और इसके थ्रस्टर भी जल्द ही बंद हो गया. इय 'शियापारेल्ली' यान को मंगल पर अंतरराष्ट्रीय समयानुसार गुरुवार दोपहर दो बजकर 48 मिनट पर उतरना था.
यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ईएसए) ने कुछ ही घंटों बाद विमान के मंगल पर उतरने की पुष्टि की, लेकिन उसने साथ ही कहा कि यान कोई संकेत नहीं दे रहा है, जिसने इस अभियान के असफल रहने की आशंका को जन्म दे दिया. यूरोप की मंगल पर उतरने की 13 साल पहले की गई पहली कोशिश असफल रही थी.
ईएसए के शियापारेल्ली प्रबंधक थिएरी ब्लांक्वैर्ट ने एएफपी से कहा, 'यान मंगल पर उतर गया है, यह बात निश्चित है.' उन्होंने दारमस्ताद में अभियान नियंत्रण कक्ष से कहा, 'मैं यह नहीं जानता कि वह सही सलामत मंगल पर उतरा है, या वह किसी चट्टान से टकरा गया है या वह केवल संचार स्थापित नहीं कर पा रहा है.' उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर 'बहुत आशावान' नहीं है कि यान सही सलामत है.
अगर यह अभियान असफल रहता है तो यह यूरोप की मंगल पर उतरने की लगातार दूसरी असफल कोशिश होगी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वैसे धुंधली आशा को बरकरार रखते हुए जमीन पर मौजूद कंट्रोलर ने कहा कि ऐसा लगता है कि छोटे बच्चों के खेलने के लिए बने पैडलिंग पूल जितने आकार वाले इस यान का पैराशूट बहुत जल्द खुल गया और इसके थ्रस्टर भी जल्द ही बंद हो गया. इय 'शियापारेल्ली' यान को मंगल पर अंतरराष्ट्रीय समयानुसार गुरुवार दोपहर दो बजकर 48 मिनट पर उतरना था.
यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ईएसए) ने कुछ ही घंटों बाद विमान के मंगल पर उतरने की पुष्टि की, लेकिन उसने साथ ही कहा कि यान कोई संकेत नहीं दे रहा है, जिसने इस अभियान के असफल रहने की आशंका को जन्म दे दिया. यूरोप की मंगल पर उतरने की 13 साल पहले की गई पहली कोशिश असफल रही थी.
ईएसए के शियापारेल्ली प्रबंधक थिएरी ब्लांक्वैर्ट ने एएफपी से कहा, 'यान मंगल पर उतर गया है, यह बात निश्चित है.' उन्होंने दारमस्ताद में अभियान नियंत्रण कक्ष से कहा, 'मैं यह नहीं जानता कि वह सही सलामत मंगल पर उतरा है, या वह किसी चट्टान से टकरा गया है या वह केवल संचार स्थापित नहीं कर पा रहा है.' उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर 'बहुत आशावान' नहीं है कि यान सही सलामत है.
अगर यह अभियान असफल रहता है तो यह यूरोप की मंगल पर उतरने की लगातार दूसरी असफल कोशिश होगी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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