जोपलिन (अमेरिका):
अमेरिका स्थित जोपलिन के मिसौरी नगर में पिछले 60 साल में आए सर्वाधिक भीषण बवंडर में मरने वालों की संख्या 117 हो गई। इस बीच लापता लोगों की तलाश जारी है। बचाव कर्मी मलबे में कुछ लोगों के दबे होने की आशंका के चलते उनकी गहन तलाश कर रहे हैं। मिसौरी के गवर्नर जे निक्सन के हवाले से सीएनएन ने बताया, उन्हें उम्मीद है कि वहां अभी भी लोग जीवित हैं, जिन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वहां पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है। रविवार को ओकलाहोमा और कंसास की सीमा से सटे जोपलिन में पिछले एक माह से कम समय के भीतर ही यह भयानक बवंडर आया है। गौरतलब है कि इससे पहले के बवंडर में 354 लोगों की जानें गई थीं। इस बवंडर ने अमेरिका के सात राज्यों में तबाही मचाई थी। रविवार को आए इस बवंडर में घरों और कारोबारी प्रतिष्ठानों को काफी नुकसान हुआ है और शहर के एक विद्यालय और दो अस्पतालों को क्षति पहुंची है। राष्ट्रीय मौसम सेवा के निदेशक जैक हेज ने बताया कि प्राथमिक आकलन के मुताबिक ईएफ 4 नाम के इस बवंडर में हवाएं 190 से 198 मील प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी। सीएनएन ने राष्ट्रीय मौसम विज्ञान सेवा के हवाले से बताया है कि टेक्सास, ओकलाहोमा, आरकंसास, मिसौरी और नेब्रास्का में फिर से बवंडर के आने की 45 प्रतिशत संभावना है। बवंडर के आने का अनुमान लगाने वाली संस्था ने कंसास शहर, मिसौरी, डलास, टोपेका और विचिटा, कंसास, ओकलाहोमा शहर और टलसा समेत कई बड़े शहरों को अति संवेदनशील घोषित किया है। शहर के मेयर माइक वुलस्टन ने एक टीवी चैनल को बताया, कल दिन भर की तलाशी के बाद ज्यादातर खोजकर्ता घर लौट गए थे। लेकिन आज फिर से तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया। उन्होंने कहा, लगभग सारे ग्रिड को कम से कम एक बार तलाशा गया है। कइयों की तीन बार तक तलाशी ली गई है। मेयर ने कहा, लोगों को खोजने के प्रयास और राहत अभियान को हम दिनभर जारी रखेंगे। कुछ अखबारों में कहा गया कि तूफान में अब तक 1500 लोग तक लापता हैं।
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