
दावोस:
संयुक्त राष्ट्र के एक अभियान से जुड़ी महत्वपूर्ण हस्तियों ने कहा है कि तालिबान के हमले का शिकार हुई पाकिस्तानी स्कूली छात्रा मलाला युसूफजई ने दुनिया भर के बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए लड़ने को प्रेरित किया है।
दावोस में विश्व आर्थिक मंच के एक चर्चा के दौरान संयुक्त राष्ट्र के विशेष शिक्षा दूत और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन ने 15 साल की मलाला की सराहना करते हुए कहा, हमने देखा कि जब पाकिस्तान में मलाला युसूफजई को गोली मारी गई, तब वहां लड़कियां सड़कों पर उतर आईं और शिक्षा से वंचित रखे जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
संयुक्त राष्ट्र शिक्षा अभियान से जुड़ी डेनमार्क की प्रधानमंत्री हेले थोर्निंग श्मिड् ने कहा कि मलाला के उदाहरण से इस जरूरत का पता चलता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कमजोर देशों की मदद करनी चाहिए।
दावोस में विश्व आर्थिक मंच के एक चर्चा के दौरान संयुक्त राष्ट्र के विशेष शिक्षा दूत और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन ने 15 साल की मलाला की सराहना करते हुए कहा, हमने देखा कि जब पाकिस्तान में मलाला युसूफजई को गोली मारी गई, तब वहां लड़कियां सड़कों पर उतर आईं और शिक्षा से वंचित रखे जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
संयुक्त राष्ट्र शिक्षा अभियान से जुड़ी डेनमार्क की प्रधानमंत्री हेले थोर्निंग श्मिड् ने कहा कि मलाला के उदाहरण से इस जरूरत का पता चलता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कमजोर देशों की मदद करनी चाहिए।
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