मास्को:
रूस ने लीबिया के शासक मुअम्मार गद्दाफी के शासन के दौरान ऊर्जा परियोजनाओं के लिए हुए समझौते के भविष्य पर चर्चा के लिए लीबियाई विद्रोहियों के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय अस्थायी परिषद के अधिकारियों को आमंत्रित किया है। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, लीबिया में संघर्ष शुरू होने से पहले ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख रूसी कम्पनी, गैजप्रोम ने इटली की ऊर्जा कम्पनी, एनी के साथ समझौता किया था, जिसके तहत लीबिया की 11.30 करोड़ यूरो कीमत वाली एलीफेंट तेल एवं गैस परियोजना में एनी की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी जानी थी। यह सौदा पूरा नहीं हो पाया, क्योंकि इसके लिए लीबियाई पक्ष से मंजूरी की जरूरत थी। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शनिवार को कहा कि लीबिया में रूसी ऊर्जा योजना के भविष्य पर चर्चा की पहल राष्ट्रीय अस्थायी परिषद के प्रतिनिधियों की ओर से की गई है। लावरोव ने ताजिकिस्तान में पूर्व सोवियत संघ के नेताओं की एक शिखर बैठक के दौरान कहा, "उन्होंने चर्चा का प्रस्ताव किया है। हमने उनके अनुरोध पर कुछ (लीबियाई) अधिकारियों को मास्को आमंत्रित किया है।" ज्ञात हो कि रूस ने गद्दाफी के साथ सम्बंध स्थापित किया था और अभी हाल तक वह नई लीबियाई सरकार को मान्यता नहीं देना चाहता था। फिलहाल गद्दाफी के ठिकाने का कुछ अता-पता नहीं है।लीबिया में रूस-इटली ऊर्जा समझौते का भविष्य स्पष्ट नहीं है, क्योंकि पश्चिमी देशों ने भी एलीफेंट परियोजना में अपनी रुचि दिखाई है।