त्रिपोली:
लीबियाई शासक कर्नल मुअम्मार गद्दाफी के राजधानी त्रिपोली स्थित परिसर की इमारते उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के हवाई हमले में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। गद्दाफी के बाब अल-अजीजिया परिसर को सोमवार तड़के निशाना बनाकर मिसाइलों से कम से कम दो धमाके किए गए। इनके फौरन बाद तीन टेलीविजन चैनलों का प्रसारण बंद हो गया। शहर के भीतरी और रिहायशी स्थानों पर हमलों में कम से कम छह लोग मारे गए हैं। ये त्रिपोली में हुए अब तक के सबसे शक्तिशाली विस्फोट हैं। समझा जाता है कि ये क्षतिग्रस्त इमारते वहीं है जहां गद्दाफी ने हाल ही में अफ्रीकी संघ शांति मिशन की मेजबानी की थी। खबरों में कहा गया है कि लीबियाई टेलीविजन, जमाहिरिया और शबाबिया टीवी स्टेशनों का प्रसारण धमाकों के बाद कम से कम आधे घंटे तक रुका रहा। इससे पहले रविवार को गद्दाफी के वफादार सुरक्षा बलों ने पश्चिमी शहर मिसराता पर बमबारी की। जबकि इससे पहले सरकारी सुरक्षा बलों ने घोषणा की थी कि स्थानीय कबायली नेताओं को विद्रोहियों से बातचीत का अवसर देने के लिए वह हमले रोक रहे हैं। लीबिया के विदेश उप मंत्री खालिद कैम ने कहा था कि सेना इस मसले को स्थानीय कबायलियों को शांतिपूर्वक निपटाने का अवसर देने के लिए अपनी कार्रवाई रोक रही है। लेकिन विद्रोहियों अस्थायी राष्ट्रीय परिषद के सैन्य प्रवक्ता कर्नल उमर बानी ने कहा है कि कर्नल गद्दाफी विरोधियों में फूट डालने के लिए चालबाजी कर रहे हैं। इस बीच जानकारी मिली है कि गद्दाफी की वफादार फौजों ने मिसराता को घेर रखा है जबकि शहर के भीतर वफादार सैनिकों को विद्रोहियों ने घेर रखा है। उन तक रसद पहुंचने नहीं दी जा रही है और शहर के बाहरी हिस्से में मौजूद सेना को नाटो के हमलों की वजह से कहीं ओर से रसद नहीं मिल पा रही है।
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