वाशिंगटन:
अमेरिकी न्यूज चैनल ‘सीएनएन’ के राष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषक पीटर बर्गन ने ओसामा बिन लादेन को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। बर्गन के मुताबिक, अपने आखिरी दिनों में ओसामा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को मारने और अमेरिका में एक और आतंकी हमले की योजना बना रहा था।
बर्गन के मुताबिक, ‘‘ऐबटाबाद के उपनगरीय परिसर में बरामद हुए कंप्यूटर को खंगालने के दौरान पता चला कि लादेन ने कुछ मेमो लिखे थे, जिसमें उसने अपने लोगों से अपील की थी कि वे अमेरिका पर हमले की कोशिशें जारी रखें। उसने नजीर के तौर पर सुझाया था कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जनरल डेविड पैट्रियस के खिलाफ हमले की कोशिश करें।’’
जिस वक्त ओसामा ने अपने लोगों को यह खत लिखा था, उस वक्त जनरल पैट्रियस अफगानिस्तान में नाटो बलों की अगुवाई कर रहे थे। ऐबटाबाद स्थित ओसामा के ठिकाने से बरामद हुए दस्तावेजों तक पहुंच रखने वाले ओबामा प्रशासन के अधिकारियों की ओर से इस हफ्ते दी गई जानकारी के आधार पर बर्गन ने लिखा, ‘‘बिन लादेन का मानना था कि ओबामा के मारे जाने से उप-राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए राष्ट्रपति बनने का मार्ग प्रशस्त होगा। अल कायदा नेता ने कहा कि बाइडेन इस पद के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है।’’
अधिकारियों के मुताबिक, ओसामा ने अक्टूबर, 2010 में अपने एक मातहत को 48 पन्नों का खत लिखा था, जिसमें उसके संगठन की हालत का जिक्र था। वह इस बात को लेकर खास तौर पर चिंतित था कि पाकिस्तान के कबाइली इलाके वजीरिस्तान में अल कायदा का लंबे समय से रहा ठिकाना अमेरिकी ड्रोन हमलों की वजह से अब काफी खतरनाक हो गया है।
बर्गन के मुताबिक, इन हमलों में अपने कई वरिष्ठ सदस्यों को गंवा देने के कारण ओसामा इस बात को लेकर चिंतित था। उनके अनुसार, ‘‘बिन लादेन ने अपने लोगों से कहा कि वे कबाइली इलाकों की तरफ न जाएं। वे तभी कबाइली इलाकों की ओर जाएं, जब मौसम ठीक न हो, ताकि अमेरिकी उपग्रह और ड्रोन से उन्हें कोई नुकसान न हो। उसने अपने लोगों से गुजारिश की थी कि वे गजनी, जाबुल जैसे सुदूर अफगान प्रांत की ओर चले जाएं। उसने खास तौर पर कुनार का रुख करने को कहा, ताकि वहां के ऊंचे पहाड़ों और घने जंगलों से उन्हें बेहतर सुरक्षा मिल सके।’’
ओसामा खास तौर पर अपने 20 साल के बेटे हमजा की हिफाजत को लेकर चिंतित था। उसे कुछ ही दिन पहले नजरबंदी से रिहा किया गया था। बिन लादेन ने अपने मातहत को निर्देश दिया कि वह उसके बेटे से वजीरिस्तान छोड़कर चले जाने को कहे।
बर्गन के मुताबिक, ‘‘ऐबटाबाद के उपनगरीय परिसर में बरामद हुए कंप्यूटर को खंगालने के दौरान पता चला कि लादेन ने कुछ मेमो लिखे थे, जिसमें उसने अपने लोगों से अपील की थी कि वे अमेरिका पर हमले की कोशिशें जारी रखें। उसने नजीर के तौर पर सुझाया था कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जनरल डेविड पैट्रियस के खिलाफ हमले की कोशिश करें।’’
जिस वक्त ओसामा ने अपने लोगों को यह खत लिखा था, उस वक्त जनरल पैट्रियस अफगानिस्तान में नाटो बलों की अगुवाई कर रहे थे। ऐबटाबाद स्थित ओसामा के ठिकाने से बरामद हुए दस्तावेजों तक पहुंच रखने वाले ओबामा प्रशासन के अधिकारियों की ओर से इस हफ्ते दी गई जानकारी के आधार पर बर्गन ने लिखा, ‘‘बिन लादेन का मानना था कि ओबामा के मारे जाने से उप-राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए राष्ट्रपति बनने का मार्ग प्रशस्त होगा। अल कायदा नेता ने कहा कि बाइडेन इस पद के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है।’’
अधिकारियों के मुताबिक, ओसामा ने अक्टूबर, 2010 में अपने एक मातहत को 48 पन्नों का खत लिखा था, जिसमें उसके संगठन की हालत का जिक्र था। वह इस बात को लेकर खास तौर पर चिंतित था कि पाकिस्तान के कबाइली इलाके वजीरिस्तान में अल कायदा का लंबे समय से रहा ठिकाना अमेरिकी ड्रोन हमलों की वजह से अब काफी खतरनाक हो गया है।
बर्गन के मुताबिक, इन हमलों में अपने कई वरिष्ठ सदस्यों को गंवा देने के कारण ओसामा इस बात को लेकर चिंतित था। उनके अनुसार, ‘‘बिन लादेन ने अपने लोगों से कहा कि वे कबाइली इलाकों की तरफ न जाएं। वे तभी कबाइली इलाकों की ओर जाएं, जब मौसम ठीक न हो, ताकि अमेरिकी उपग्रह और ड्रोन से उन्हें कोई नुकसान न हो। उसने अपने लोगों से गुजारिश की थी कि वे गजनी, जाबुल जैसे सुदूर अफगान प्रांत की ओर चले जाएं। उसने खास तौर पर कुनार का रुख करने को कहा, ताकि वहां के ऊंचे पहाड़ों और घने जंगलों से उन्हें बेहतर सुरक्षा मिल सके।’’
ओसामा खास तौर पर अपने 20 साल के बेटे हमजा की हिफाजत को लेकर चिंतित था। उसे कुछ ही दिन पहले नजरबंदी से रिहा किया गया था। बिन लादेन ने अपने मातहत को निर्देश दिया कि वह उसके बेटे से वजीरिस्तान छोड़कर चले जाने को कहे।
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