गूगल के दस्तावेज लीक होने से विवाद पैदा हो गया है.
न्यूयार्क:
तकनीक के क्षेत्र में महिला नेतृत्व के अभाव के लिए ‘‘जैविक कारणों’’ को जिम्मेदार ठहराने वाले गूगल के एक आंतरिक दस्तावेज के लीक होने के बाद कंपनी विवादों में घिर गई है.
लीक हुए दस्तावेज में कंपनी के किसी अज्ञात पुरुष सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने कहा, ‘‘ मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि जैविक कारणों से महिला और पुरुष के बीच वरीयता और क्षमताओं में अंतर होता है और यही अंतर इसी बात की व्याख्या कर सकते हैं कि क्यों हमें तकनीक और नेतृत्व में समान प्रतिनिधित्व नहीं दिखाई देता.’’
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लेखक के अनुसार पुरुष का स्वाभाविक रुझान उन्हें बेहतर कम्प्यूटर प्रोग्रामर बनाता है. वहीं महिलाएं विचारों की बजाए भावनाओं और कला के प्रति ज्यादा झुकाव रखती हैं’’ जिसका अर्थ है कि वे ‘‘सामाजिक क्षेत्र अथवा कलात्मक क्षेत्र में काम को ज्यादा तरजीह देती हैं.’’ अमेरिकी मीडिया ने लीक हुए इस दस्तावेज को लिंगभेद करार दिया और इसी के साथ लैंगिक भेदभाव और टेक क्षेत्र में विविधता की कमी की बहस को फिर से छेड़ दिया है.
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यह बहस इस मायने में भी महत्वपूर्ण है क्योंकि बड़ी संख्या में महिलाएं सिलिकान वैली में लैंगिक भेदभाव की शिकायत खुले आम कर रही हैं.
VIDEO : सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
हालांकि दस्तावेज के लीक होने पर गूगल की नई वाइस प्रेसिडेंट ऑफ डायवर्सिटी डैनियल ब्राउन ने अपने कर्मचारियों को ईमेल करके कहा, ‘‘ ये वो विचार नहीं हैं जिसका मैं या ये कंपनी प्रचार करती है अथवा बढ़ावा देती है.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लीक हुए दस्तावेज में कंपनी के किसी अज्ञात पुरुष सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने कहा, ‘‘ मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि जैविक कारणों से महिला और पुरुष के बीच वरीयता और क्षमताओं में अंतर होता है और यही अंतर इसी बात की व्याख्या कर सकते हैं कि क्यों हमें तकनीक और नेतृत्व में समान प्रतिनिधित्व नहीं दिखाई देता.’’
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लेखक के अनुसार पुरुष का स्वाभाविक रुझान उन्हें बेहतर कम्प्यूटर प्रोग्रामर बनाता है. वहीं महिलाएं विचारों की बजाए भावनाओं और कला के प्रति ज्यादा झुकाव रखती हैं’’ जिसका अर्थ है कि वे ‘‘सामाजिक क्षेत्र अथवा कलात्मक क्षेत्र में काम को ज्यादा तरजीह देती हैं.’’ अमेरिकी मीडिया ने लीक हुए इस दस्तावेज को लिंगभेद करार दिया और इसी के साथ लैंगिक भेदभाव और टेक क्षेत्र में विविधता की कमी की बहस को फिर से छेड़ दिया है.
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हालांकि दस्तावेज के लीक होने पर गूगल की नई वाइस प्रेसिडेंट ऑफ डायवर्सिटी डैनियल ब्राउन ने अपने कर्मचारियों को ईमेल करके कहा, ‘‘ ये वो विचार नहीं हैं जिसका मैं या ये कंपनी प्रचार करती है अथवा बढ़ावा देती है.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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