व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मुलाकात के बाद विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने प्रेस वार्ता में बताया कि दोनों की मुलाकात दोस्ताना माहौल में हुई। यह मुलाकात करीब डेढ़ घंटा चली। पीएम के विजन का अमेरिका ने स्वागत किया है। दोनों नेताओं ने अपने अनुभव साझा किए और दोनों देश रिश्तों को मजबूत करने पर एकमत हैं। अमेरिका ने यूएन में सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य के लिए भी भारत की पैरवी की।
अकबरुद्दीन ने बताया कि बराक ओबामा ने पीएम मोदी का स्वागत 'केम छो, मिस्टर प्राइम मिनिस्टर' कहकर किया, वहीं पीएम मोदी ने 'थैंक यू वेरी मच, मिस्टर प्रेसिडेंट' कहकर जवाब दिया।
इसके साथ ही दोनों नेताओं की तरफ से अमेरिकी अखबार में साझा संपादकीय जारी किया जाएगा। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को महात्मा गांधी के शब्दों में गीता का अनुवाद भेंट किया है, जिसका कवर खादी का है। अब दोनों देशों के नेता प्रतिनिधियों के साथ शिखर वार्ता करेंगे, जो कि भारतीय समय के मुताबिक, आज शाम होगी। साथ ही उन्होंने बताया कि डिनर पर प्रधानमंत्री के पहुंचने पर प्लेटें लगाई गईं, सभी लोगों ने खाना खाया, लेकिन पीएम ने गर्म पानी पिया। नवरात्रि की वजह से प्रधानमंत्री का उपवास चल रहा है।
कंपनियों के सीईओ से मुलाकात के विषय में अकबरुद्दीन ने बताया कि उनसे भारत के हर क्षेत्र में निवेश के मुद्दे पर खुलकर बातचीत हुई। भारत ने कहा है कि वह खुले दिल से परिवर्तन के पक्ष में है। पीएम मोदी सीईओ को अपना आर्थिक विजन बताया।
अकबरुद्दीन ने बताया कि सीईओ ने कोल आवंटन को रद्द करने पर सवाल पूछा था जिस पर पीएम ने कहा मैं इसे आगे बढ़ने का मौका मानता हूं।
इसके साथ ही अमेरिका ने एक ‘विज़न स्टेटमेंट’ ‘चलें साथ साथ : फॉरवर्ड टूगेदर वी गो’ जारी किया, जिसमें समृद्धि एवं शांति के लिए संयुक्त प्रयास करने का आह्वान किया है।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा है कि विविध परंपराओं और आस्थाओं वाले दो महान लोकतांत्रिक देशों के नेताओं के तौर पर हम उस भागीदारी के लिए एक दृष्टिकोण (विज़न) साझा करते हैं, जिसके तहत अमेरिका और भारत न केवल हमारे दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे विश्व के लाभ के लिए एक-दूसरे के साथ काम करते हैं। ‘विज़न स्टेटमेंट’ में कहा गया है कि अमेरिका-भारत रणनीतिक भागीदारी वास्तव में शांति और समृद्धि के लिए संयुक्त प्रयास है और गहन विचार-विमर्श, संयुक्त अभ्यासों, साझा प्रौद्योगिकी के माध्यम से उनके बीच सुरक्षा सहयोग क्षेत्र को और पूरे विश्व को सुरक्षित एवं संरक्षित बनाएगा।
इसके मुताबिक, ‘एक-दूसरे से मिलकर हम आतंकवादी खतरों का मुकाबला करेंगे और अपने देशों तथा नागरिकों को हमलों से सुरक्षा प्रदान करेंगे। इस बीच हम मानवीय आपदाओं और संकट के दौर से भी तेजी एवं समुचित तरीके से निपटेंगे।
इससे पहले वाशिंगटन डीसी स्थित एंड्रयूज़ एयरफोर्स बेस पर जब पीएम मोदी का विमान उतरा और वह बाहर निकले, तब वहां उनके स्वागत के लिए पहले से खड़े कई समर्थक 'भारत माता की जय' और 'मोदी-मोदी' के नारे लगाने लगे।
एयरफोर्स बेस पर मौजूद अमेरिका के उप विदेश मंत्री बिल बर्न्स ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। बर्न्स के अलावा पीएम के स्वागत के लिए वहां पर अमेरिका में भारत के राजदूत एस जयशंकर सहित कई गणमान्य मौजूद थे। इसके बाद पीएम वहां मौजूद समर्थकों से भी मिले और फिर वहां से ब्लेयर हाउस के लिए रवाना हुए। इस बीच पूरे रास्ते में भारतीय मूल के लोग खड़े थे, जो कि उनके समर्थन में बैनर-प्लेकार्ड लिए खड़े थे और उनका अभिवादन कर रहे थे।
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