अमेरिका रूस के बीच बढ़ते साइबर तनाव के बीच फंसी कैस्परस्की कंपनी (प्रतीकात्मक फोटो)
वाशिंगटन:
साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर बनाने वाली रूसी कंपनी अमेरिका और रूस के बीच बढ़ते साइबर संघर्ष का मुख्य मुद्दा बन गयी है. आरोप है कि कैस्परस्की कंपनी अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी से गोपनीय डेटा चुराने के क्रम में हैकर्स के लिए मददगार बन रही है.
सिक्यूराइट ने साइबर सुरक्षा में सेंध के प्रति आगाह किया
अमेरिकी सरकार ने पिछले महीने सभी एजेंसियों में इस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है, हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि जासूसी की इस घटना में अपनी मर्जी से कैस्परस्की इसका हिस्सा बनी या फिर अनजाने में वह इसमे लिप्त रही है.
VIDEO- कैशलेस बनों इंडिया- साइबर फ्रॉड से बचने के तरीके जानें
सॉफ्टवेयर फर्म ने हाल ही में जारी एक बयान में कहा था कि उसका किसी सरकार से कोई संबंध नहीं है वह ‘भूराजनीतिक लड़ाई में फंस गयी है.’’ वर्ष 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को रूस द्वारा प्रभावित करने के आरोपों और उनकी जांच के बीच यह बातें सामने आ रही हैं.
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