विज्ञापन
This Article is From Apr 08, 2011

जापान में भूकम्प से कई इलाकों में बिजली गुल

सेंडाई (जापान): जापान के पूर्वोत्तर हिस्से में गुरुवार रात आए शक्तिशाली भूकम्प में चार लोगों को मौत हो गई जबकि 141 अन्य लोग घायल हुए। भूकम्प के बाद शुक्रवार शाम तक भूकम्प प्रभावित इलाकों में बिजली की आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। मियागी के ओनागावा परमाणु संयंत्र के इस्तेमाल हो चुके ईंधन के कुंड से पानी बहने लगा। जापान की सरकारी एजेंसी एनएचके के मुताबिक क्षतिग्रस्त फुकुशिमा परमाणु विद्युत संयंत्र की संचालन करने वाली टोक्यो इलेक्ट्रिक पॉवर कम्पनी (टेप्को) ने कहा कि गुरुवार रात आए शक्तिशाली भूकम्प से संयंत्र के प्रशीतक तंत्र को बहाल करने के लिए चलाए जा रहे अभियान पर कोई असर नहीं पड़ा है। ज्ञात हो कि देश में गत 11 मार्च को आए विनाशकारी भूकम्प के बाद गुरुवार देर रात आए भूकम्प की तीव्रता सर्वाधिक थी। संयंत्र के समीप स्थित फुतवा कस्बे में 7 तीव्रता के भूकम्प के झटके महसूस किए गए। इसके बाद टेप्को के अधिकारियों ने संयंत्र से अपने सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया। टेप्को के मुताबिक रिएक्टर संख्या एक का सतह का तापमान बढ़ने के अलावा किसी अन्य तकनीकी गड़बड़ी का पता नहीं चला है। ओनागावा परमाणु संयंत्र के तीनों रिएक्टरों में फर्श पर पानी फैल गया। यहां आठ स्थानों पर रिसाव की खबर है। टर्बाइन की इमारत में दबाव को नियंत्रित करने वाले उपकरण को भी नुकसान पहुंचा है। एनएचके के अनुसार भूकम्प की वजह से 26 लाख मकानों में बिजली गुल हो गई। जिसे शुक्रवार दोपहर तक बहाल नहीं किया जा सका। ओनागावा संयंत्र की बाहरी बिजली लाइन संख्या-तीन और चार ने काम करना बंद कर दिया है और उसके कूलिंग सिस्टम को बची हुई बिजली की लाइन पर निर्भर होना पड़ा है। टेप्को भूकम्प से संयंत्र को पहुंचे नुकसान का जायजा ले रही है। उसका कहना है कि संयंत्र के आसपास विकिरण के स्तर में कोई बदलाव नहीं देखा गया है। ओमोरी स्थित परमाणु ईंधन संयंत्र में भी बिजली की बाहरी लाइने ठप्प हो गईं और कूलिंग सिस्टम को आपात बिजली मुहैया करानी पड़ी। टेप्को ने कहा है कि निचले स्तर की रेडियोधर्मिता से प्रभावित जल को समुद्र में बहाने का काम जारी रहेगा ताकि रिएक्टर संख्या दो के तहखाने के करीब टर्बाइन की इमारत और कंकरीट सुरंग में रिसे बहुत ज्यादा रेडियोधर्मिता वाले पानी को भंडार करने के लिए जगह बनाई जा सके। इस बीच संयंत्र में हाइड्रोजन विस्फोट रोकने के लिए वहां नाइट्रोजन की भराई का काम भी जारी है। अग्नि एवं आपदा प्रबंधन एजेंसी ने खबर दी है कि 7.4 की तीव्रता वाले इस भूकम्प के बाद यामागाता के ओबानाजावा शहर में शुक्रवार सुबह 63 वर्षीया महिला मृत पाई गई। अग्निशमन अधिकारियों को अंदेशा है कि सम्भवत: भूकम्प के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो जाने से ऑक्सीजन देने वाले यंत्र ने काम करना बंद कर दिया होगा। इसी तरह इशीनोमाकी शहर में 79 और 85 वर्ष के दो पुरुषों की एक अस्पताल में मौत हो गई। मियागी में चार मकान नष्ट हो गए और तीन में आग लग गई। इस बीच 11 मार्च के भूकम्प और उसके बाद उठी सुनामी में मरने वालों या लापता लोगों की संख्या 27,000 का आंकड़ा पार कर गई है।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
जापान, भूकंप, परमाणु संयंत्र