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This Article is From Apr 12, 2011

चेर्नोबिल से बदतर हो सकती है जापानी आपदा

टोक्यो: जापान के क्षतिग्रस्त परमाणु संयंत्र की संचालक कम्पनी ने मंगलवार को कहा कि आपदा की मौजूदा स्थिति चेर्नोबिल आपदा से बदतर हो सकती है। जापान की परमाणु आपदा एजेंसी ने परमाणु आपदा की गंभीरता का स्तर पांच से बढ़ाकर सात कर दिया है। जापान में 11 मार्च को आए रिक्टर पैमाने पर 9 की तीव्रता के भूकम्प के बाद फुकुशिमा स्थित परमाणु संयंत्र क्षतिग्रस्त होने के बाद से प्रशासन यहां विस्फोट, आग और रेडियोधर्मी विकिरण के रिसाव को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक परमाणु एवं औद्योगिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा है कि चेरोनेबिल की परमाणु दुर्घटना की तुलना में इस आपदाग्रस्त संयंत्र से अभी केवल 10 प्रतिशत विकिरण वातावरण में फैला है। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक एजेंसी ने कहा कि संयंत्र से प्रति घंटे 10,000 टेराबेक्यूरल्स रेडियोधर्मी विकिरण का प्रसार हो रहा है जो कि स्तर-7 की आपदा का आधिकारिक स्तर है। संयंत्र की संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कम्पनी (टेप्को) के प्रवक्ता ने कहा कि संयंत्र में हुई दुर्घटना के दुष्परिणाम चेरोनेबिल से ज्यादा हो सकते हैं। समाचार एजेंसी क्योडो के मुताबिक अधिकारियों ने कहा, "विकिरण का प्रसार पूरी तरह से नहीं रुका है और इस बात की चिंता बरकरार है कि रिसाव में तेजी से वृद्धि हो सकती है और चेरोनेबिल के स्तर तक या उससे ज्यादा हो सकती है।" एजेंसी ने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक अब तक संयंत्र से 3,70,000 टेराबेक्यूरल्स रेडियोधर्मी आयोडीन 131 और सीजियम 137 का रिसाव हो चुका है। एजेंसी ने कहा कि रेडियोधर्मी पदार्थो के रिसाव की भारी मात्रा के कारण इस आपदा का स्तर सात हो गया है। एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी हिदेहिको निशियामा ने कहा कि चेरोनेबिल में रेडिएशन के असर से 29 लोगों की मौत हुई थी लेकिन फुकुशिमा में अब तक कोई व्यक्ति गंभीर रूप से प्रभावित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि चेरोनेबिल में परमाणु रिएक्टर फट गया था जबकि फुकुशिमा संयंत्र हाइड्रोजन विस्फोटों के कारण क्षतिग्रस्त हुआ है। निशियामा ने कहा कि आपदा का स्तर बढ़ाए जाने का असर मौजूदा विस्थापन क्षेत्र पर नहीं पड़ेगा क्योंकि यह दायरा समान रेडियोधर्मी विकिरण के आधार पर घोषित किया गया है। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव यूकियो इदानो ने सोमवार को कहा था कि संयंत्र के आस-पास के 20 से 30 किलोमीटर के दायरे में रह रहे लोगों को इलाका खाली करने की सलाह दी गई है। दूसरी ओर, संयंत्र की संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कम्पनी (टेप्को) ने कहा कि वह परमाणु सुरक्षा एजेंसी के निर्णय को गंभीरता से ले रही है और इस संकट और चिंताओं के लिए देश से माफी मांगती है। टेप्को के अधिकारी जुनिची मात्सुमोतो ने स्वीकार किया कि सात स्तर की आपदा का मतलब भारी मात्रा में रेडियोधर्मी पदार्थो का रिसाव है। संयंत्र से रेडियोधर्मी विकिरण रूस पहुंचने की आशंकाओं के बीच रूस के आपदा मंत्री ने कहा कि रूस के पूर्वी इलाकों में विकिरण का स्तर 11 से 16 माइक्रो रोंटजन प्रति घंटा के वैध स्तर पर बना हुआ है। मंगलवार दोपहर को उत्तर पूर्वी जापान के फुकुशिमा और आईबराका प्रशासकीय क्षेत्रों में रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता के भूकम्प के झटके महसूस किए गए।

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