"बुहत कठिन फैसला था", गूगल से 12 हजार लोगों को निकालने जाने पर बोले सुंदर पिचई

सुंदर पिचई ने कहा कि किसी भी कंपनी के लिए इस तरह के फैसले लेना कभी भी आसान नहीं रहा है. लेकिन कंपनी के भविष्य के लिए ऐसे निर्णय लेने होते हैं.

गूुगल में छंटनी पर बोले सुंदर पिचई

नई दिल्ली:

गूगल से पिछले साल कर्मचारियों की छंटनी को लेकर कंपनी के सीईओ सुंदर पिचई ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अपने कर्मचारियों की छंटनी करना बेहद पीड़ादायक था. अल्फाबेट के 6% कार्यबल की छंटनी आर्थिक बदलाव लाने और कंपनी को भविष्य में विकास के लिए तैयार करने के लिए एक आवश्यक कदम बताया है.

बिजनेस इनसाइडर रिपोर्ट के अनुसार एक ऑडियो में पिछले साल गूगल में की गई छटनी को सीईओ पिचई ने सही ठहराया है. हालांकि, पिचई ने माना है कि कंपनी इस छंटनी की प्रक्रिया को और बेहतर तरीके से हैंडल कर सकती थी. 

कहा जा रहा है कि उस बैठक के दौरान एक कर्मचारी ने पूछा था कि लगभग एक साल हो गया है जब हमने अपने वर्क फोर्स को कम करने का कठिन निर्णय लिया था. इस निर्णय का हमारे विकास, पी एंड एल और मनोबल पर क्या प्रभाव पड़ा? इसके जवाब में पिचई ने कहा कि इस छंटनी का हमारे मनोबल पर बड़ा असर पड़ा है. किसी भी कंपनी के लिए ये बहुत कठिन होता है कि वह ऐसे दौर से गुजरे.हमारी कंपनी में बीते 25 सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ था. 

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पिचई ने आगे कहा कि यह स्पष्ट हो गया कि यदि हमने वो फैसला नहीं लिया होता तो यह भविष्य में और भी बुरा निर्णय साबित होता. कंपनी के लिए एक बड़ा संकट होता. मुझे लगता है कि दुनिया में इतने बड़े बदलाव के साथ एक साल में क्षेत्रों में निवेश करने की क्षमता पैदा करना बहुत मुश्किल हो गया होगा.