
नई दिल्ली:
इजरायल और ईरान के बीच 13-14 जून 2025 को शुरू हुआ सैन्य टकराव अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है. इजरायल की ओर से तेहरान में परमाणु सुविधाओं और सैन्य ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों ने ईरान को भारी नुकसान पहुंचाया, जबकि ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजरायल के तेल अवीव, हाइफा और बेन गुरियन एयरपोर्ट पर बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले किए. ईरान के मानवाधिकार संगठन HRNAA के अनुसार, इजरायली हमलों में 215 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक हैं, और 700 घायल हुए. दूसरी ओर, ईरान के हमलों में इजरायल में 5 लोगों की मौत हुई.

- इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) का दावा है कि उसने ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को निशाना बनाया, जबकि ईरान ने हाइफा की तेल रिफाइनरी पर सफल हमले का दावा किया
- इजरायल और ईरान के बीच शुक्रवार, 13 जून 2025 को शुरू हुए सैन्य संघर्ष ने मध्य पूर्व को युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया है. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने तेहरान और अन्य ईरानी शहरों में हवाई हमले शुरू किए, जिनमें ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम से जुड़े ठिकाने, रक्षा मंत्रालय मुख्यालय, और तेल डिपो शामिल थे.
- IDF का दावा है कि नतांज के पास एक परमाणु संवर्धन संयंत्र को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया, जिससे ईरान का परमाणु कार्यक्रम वर्षों पीछे चला गया. इजरायल के रक्षा मंत्री ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें तेहरान में भीषण आग और धुएं के गुबार दिखाई दे रहे हैं, साथ ही लिखा, "Tehran is burning."
- ईरान ने इन हमलों का जवाब देने में देर नहीं की. ईरान ने इजरायल पर 50 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें और दर्जनों ड्रोन दागे. टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, इन हमलों ने तेल अवीव के पूर्वी हिस्सों और बेन गुरियन एयरपोर्ट को निशाना बनाया, जहां विस्फोटों की आवाजें गूंजीं.
- ईरान ने दावा किया कि उसने हाइफा की तेल रिफाइनरी और इजरायली लड़ाकू विमानों को ईंधन सप्लाई करने वाली साइट्स पर सफल हमले किए. इन हमलों में इजरायल में 5 लोगों की मौत हुई, और दर्जनों घायल हुए, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है.
- IDF ने बताया कि लाखों इजरायली सायरन की आवाज सुनकर शेल्टर्स की ओर भागे. आयरन डोम रक्षा प्रणाली ने 90% से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन को हवा में नष्ट कर दिया, जिससे बड़ा नुकसान टल गया.
- IDF ने दावा किया कि उसने SPND (ईरान की परमाणु परियोजना का मुख्यालय) और अन्य गुप्त ठिकानों को निशाना बनाया, जहां ईरान ने परमाणु हथियारों से जुड़ी जानकारी छिपाई थी. इजरायल के हमलों ने ईरान के सैन्य नेतृत्व को भी निशाना बनाया, जिसमें तीन शीर्ष कमांडर मारे गए.
- ईरान की मिसाइलें और ड्रोन, जैसे शहाब-3 और फतेह-110, लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम हैं, लेकिन इजरायल की उन्नत रक्षा प्रणालियों के सामने इनका प्रभाव सीमित हो जा रहा है.
- ईरान ने दावा किया कि तेल डिपो पर लगी आग अब नियंत्रण में है। दूसरी ओर, इजरायल में नागरिक और बुनियादी ढांचे को नुकसान सीमित रहा, लेकिन तेल अवीव और हाइफा में हुए हमलों ने जनता में दहशत पैदा की.
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