यरुशलम:
इस्राइल और हमास के बीच गिलाड शालित के बदले में बंदी बनाए गए सैनिकों की रिहाई के समझौते के तहत पहली खेप में सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को रिहा किये जाने का कार्यक्रम शुरू हो गया है। इस्राइल ने हमास के साथ इस महीने एक ऐतिहासिक करार किया, जिसके तहत एक कैदी शालित के बदले में 1,027 फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली पर सहमति बनी। गौरतलब है कि शालित को हमास ने पांच वषरे से भी ज्यादा समय से कैद कर रखा है। हारित्ज डॉट कॉम के मुताबिक, आज अल सुबह में रिहाई की पहली खेप के तहत 477 फलस्तीनी कैदियों को मुक्त किया जाना शुरू हो गया। बाकी बचे 550 कैदियों की रिहाई अगले महीने प्रस्तावित है। जिन बंदियों को रिहा किया जा रहा है उनमें कई ऐसे बंदी हैं जिनपर इस्राइली नागरिकों और सैनिकों पर हमला करने और विस्फोट का आरोप है। 25 वर्षीय शालित को वर्ष 2006 में अगवा कर लिया गया था। अदला-बदली के तहत रिहा किए गए इन सभी फलस्तीनी कैदियों को इस्राइल और मिस्र के बीच करीम शलोम पहुंचाया जाएगा। इसके साथ ही करार में मध्यस्त की भूमिका निभाने वाले मिस्र में शालित को भी पहुंचाया जाएगा, जिसके बाद उसे इस्राइल को सौंप दिया जाएगा। अदालत द्वारा कैदियों को रिहा किए जाने के खिलाफ उन चार याचिकाओं को अदालत द्वारा खारिज कर देने से कैदियों की अदला-बदली पर अंतिम अवरोध भी समाप्त हो गया। हमास के साथ इस अदला-बदली पर इस्राइल वासियों में मिली-जुली भावना देखी जा रही है।