विज्ञापन

इमेज पर संकट,दोस्त हुए बागी… गाजा में जंग लड़ते इजरायली PM नेतन्याहू के सामने यह 8 चुनौतियां

Israel Gaza War: इजरायल की खुफिया एजेंसियों के पूर्व प्रमुखों सहित 600 से अधिक रिटायर हो चुके इजरायली सुरक्षा अधिकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक लेटर लिख दिया है.

इमेज पर संकट,दोस्त हुए बागी… गाजा में जंग लड़ते इजरायली PM नेतन्याहू के सामने यह 8 चुनौतियां
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अल्टर्ड फोटो
  • 22 महीने से गाजा में जंग लड़ रहे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की परेशानी बढ़ रही है.
  • इजरायल की खुफिया एजेंसियों के पूर्व प्रमुखों सहित 600 से अधिक रिटायर हो चुके अधिकारियों ने ट्रंप को लेटर लिखा.
  • हमास से जंग जारी रखनी है या नहीं, नेतन्याहू के अपने कैबिनेट में इसको लेकर एक राय नहीं है.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

22 महीने से गाजा में जंग लड़ रहे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की परेशानी बढ़ती दिख रही है. गाजा अकाल से जूझ रहा है, वहां बच्चे भूख से मर रहे हैं. कंकाल बन चुके बच्चों की तस्वीर जैसे-जैसे बाहर आ रही है, इजरायल के पार्टनर यूरोपीय देश भी उसके खिलाफ खड़े होने लगे हैं. घर के अंदर भी नेतन्याहू की फजीहत खड़ी हो रही है. 600 से अधिक रिटायर हो चुके इजरायली सुरक्षा अधिकारियों ने नेतन्याहू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक ओपन लेटर लिख दिया है. 

7 अक्टूबर 2023 को जब हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा में अपना सैन्य अभियान शुरू किया था, तब कई लोगों ने माना कि यह नेतन्याहू के लिए आपदा में अवसर है. दावा किया गया कि भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे नेतन्याहू ने अपनी राजनीतिक साख बचाने के लिए जंग को एक हथियार बनाया है, हमास ने उनको मौका दिया और उन्होंने इजरायल को जंग में झोंक दिया. जंग में लगभग 1500 इजरायली और 60000 से अधिक फिलिस्तीनी लोगों की मौत हो चुकी है.

22 महीने की जंग के बाद नेतन्याहू के लिए परेशानी खत्म होती नहीं दिख रही है, चाहे इजरायल के अंदर हो या फिर इंटरनेशनल लेबल पर, उनपर दबाव बढ़ता जा रहा है.

इजरायल के अंदर कितनी फजीहत?

1. इजरायल की खुफिया एजेंसियों के पूर्व प्रमुखों सहित 600 से अधिक रिटायर हो चुके अधिकारियों ने ट्रंप को लेटर लिखा है. उन्होंने ट्रंप से आग्रह किया है कि वह गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए नेतन्याहू पर दबाव डालें. शिन बेट सुरक्षा सेवा के पूर्व डायरेक्टर अमी अयालोन ने इसमें लिखा कि, "पहले यह युद्ध एक न्यायसंगत युद्ध था, एक रक्षात्मक युद्ध, लेकिन जब हमने सभी सैन्य उद्देश्य हासिल कर लिए, तो यह न्यायसंगत युद्ध नहीं रह गया है." लेटर में लिखा गया है कि हमास अब  इजरायल के लिए कोई रणनीतिक खतरा नहीं है.

2. हमास से जंग जारी रखनी है या नहीं, नेतन्याहू के अपने कैबिनेट में इसको लेकर एक राय नहीं है. सीजफायर समझौते की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली आर्मी के चीफ ऑफ स्टाफ, विदेश मंत्री से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तक, कई ऐसे बड़े नाम हैं जो जंग बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं.

3. हमास के पास जो इजरायली बंधक अभी भी मौजूद हैं, उनके परिजन भी नेतन्याहू से नाराज हैं. उनको डर है कि नेतन्याहू जंग की सनक में बंधकों की फिक्र नहीं कर रहे हैं. टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार बंधकों और लापता परिवार फोरम ने नेतन्याहू के रुख की कड़ी आलोचना की, उन पर इजरायल और बंधकों, दोनों को "रसातल में ले जाने" का आरोप लगाया है.

4. दो प्रमुख इजरायली अधिकार समूहों ने कहा है कि उनका देश गाजा में नरसंहार कर रहा है. लगभग 22 महीनों के युद्ध के दौरान पहली बार किसी स्थानीय यहूदी नेतृत्व वाले संगठनों ने इजरायल के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाए हैं.

दुनिया में इजरायल की इमेज पर लग रहा डेंट

1. घर के बाहर इजरायल पर जो सबसे बड़ा डेंट लगा है वो है इमेज का. नाजी जर्मनी से जान बचाकर आए यहूदियों के देश के रूप में इजरायल की पहचान है. पश्चिमी देश उसे सहानुभूति की नजर से देखते आए हैं. लेकिन जैसे-जैसे गाजा से भूखमरी की तस्वीरें सामने आई हैं, इजरायल पर नरसंहार का आरोप मजबूत होता गया है.

2- आज गाजा में नेतन्याहू ने वो परिस्थिति पैदा कर दी है कि हर समय साथ खड़े रहने वाले पश्चिमी देश भी उनके खिलाफ हो गए हैं. फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा ने फिलिस्तीन को मान्यता देने का ऐलान किया है.

3- धीरे-धीरे ही सही ट्रंप की जुबान भी तल्ख होने लगी है. गाजा में भूखमरी के एक सवाल पर ट्रंप ने सीधा कहा कि मैं चाहता हूं इजरायल उनको खाना खिलाए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सार्वजनिक तौर पर इजरायल को चेतावनी दी है कि उनका MAGA बेस इजरायल के खिलाफ हो रहा है. ट्रंप ने बेंजामिन नेतन्याहू के इस दावे को भी खारिज किया है कि गाजा में कोई भुखमरी नहीं है.

4- मानवाधिकार हनन के लिए इजरायल संयुक्त राष्ट्र के रडार पर है. संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल को लगातार दूसरे साल सशस्त्र संघर्ष में बच्चों के खिलाफ दुर्व्यवहार करने वाले देशों की "काली सूची" में रखा है. अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने भी बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर रखा है. 

यह भी पढ़ें: "हम चारा, रेत पीसकर खिलाने को मजबूर": गाजा में जिंदगी की जंग लड़ते 2 भूखे नवजात बच्चों का दर्द

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com