विज्ञापन
43 minutes ago

इजरायल और ईरान के बीच युद्ध लगातार तेज होता जा रहा है. दोनों ही देश एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं. ईरान ने कहा कि इजरायल के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से ही 400 लोगों की मौत हो गई. इस बीच ईरान से लोगों को निकलना जारी है. ऑपरेशन सिंधु के तहत 310 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष विमान शनिवार को दिल्‍ली एयरपोर्ट पर पहुंचा है. वहीं इजरायल के साथ युद्ध में ईरान को लगातार रूस का समर्थन मिल रहा है. रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन ने स्‍काई न्‍यूज अरेबिया को एक इंटरव्‍यू दिया है, जिसमें पुतिन ने कहा कि  रूस और साथ ही IAEA (अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) के पास कभी भी ऐसा कोई सबूत नहीं रहा है कि ईरान परमाणु हथियार हासिल करने की तैयारी कर रहा है, जैसा हमने बार-बार इजरायली नेतृत्व को बताया है. उन्‍होंने कहा कि साथ ही पुतिन ने कहा कि रूस शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम विकसित करने में ईरान का समर्थन करने के लिए तैयार है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ईरान को ऐसा करने का अधिकार है.

ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची पुतिन से मुलाकात करने के लिए सोमवार को मास्को जा सकते हैं. अराघची ने कहा है कि अगर अमेरिका इजरायल के साथ युद्ध में सक्रिय तौर पर शामिल होता है तो यह 'सभी के लिए बेहद खतरनाक' होगा. अराघची का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी सैन्य भागीदारी पर विचार कर रहे हैं. अराघची ने इसी संदर्भ में कहा कि अगर ऐसा होता है तो 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा'. ' अराघची ने यह बात जिनेवा से वार्ता के बाद लौटते समय इस्तांबुल में पत्रकारों से बातचीत में कही. हालांकि इस बातचीत में कोई कूटनीतिक सफलता हासिल नहीं हो सकी.

Iran-Israel War Live Updates:

ईरान से अब तक 827 भारतीय छात्रों को निकाला गया

ईरान से भारतीय छात्रों की निकासी का सिलसिला जारी है. अब तक ईरान से 827 भारतीय छात्रों को भारत लाया गया है. शनिवार शाम को 310 भारतीय छात्रों को लेकर एक और विमान दिल्‍ली पहुंचा है. 

नेपाल की विदेश मंत्री ने जताया आभार

नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा देउबा ने ईरान से नेपाल के नागरिकों को निकालने में भारत की तुरंत सहायता के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर को धन्‍यवाद दिया है. साथ ही एक एक्‍स पोस्‍ट में उन्‍होंने कहा कि नेपाल के निकासी प्रयासों में भारत का समर्थन नेपाल-भारत संबंधों की मजबूती का प्रतिबिंब है. 

भारत ही नहीं अब नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों को भी ईरान से निकालेगा भारत

नेपाल और श्रीलंका की सरकारों के अनुरोध पर ईरान स्थित भारतीय दूतावास के निकासी प्रयासों में नेपाल और श्रीलंका के नागरिक भी शामिल होंगे. 

ईरान से 310 भारतीयों को लेकर दिल्‍ली पहुंचा विमान

ईरान और इजरायल युद्ध के मद्देनजर भारतीयों का ईरान से लौटना जारी है. ऑपरेशन सिंधु के तहत 310 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष विमान शनिवार को दिल्‍ली एयरपोर्ट पर पहुंचा है. 

इजरायल के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से 400 लोगों की मौत- ईरान

इजरायल और ईरान के बीच युद्ध लगातार तेज होता जा रहा है. दोनों ही देश एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं. ईरान ने कहा कि इजरायल के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से ही 400 लोगों की मौत हो गई. 

इजरायली हमले में ईरानी परमाणु वैज्ञानिक की मौत

तेहरान में एक अपार्टमेंट पर इजरायली ड्रोन हमले में परमाणु वैज्ञानिक इसार तबातबाई-कमशेह और उनकी पत्नी की मौत हो गई है. यह हमला 2 दिन पहले हुआ था, जो ईरानी राजधानी के अंदर एक दुर्लभ प्रत्यक्ष हमला था. ईरान की ओर से आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है.  

ईरान-इज़राइल युद्ध को शरणार्थी संकट नहीं बनना चाहिए: संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र ने शनिवार को कहा कि ईरान-इज़राइल युद्ध को मध्य पूर्व में एक और शरणार्थी संकट को जन्म देने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि एक बार लोग चले गए तो उनके पास वापस लौटने का कोई रास्ता नहीं है. संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच हमलों की तीव्रता पहले से ही दोनों देशों में जनसंख्या के पलायन को बढ़ावा दे रही है. इस तरह की मूवमेंट की रिपोर्ट पहले ही ईरान के अन्य हिस्सों से आ चुकी है.  इजरायल में हमलों के कारण लोगों को देश के अन्य हिस्सों और कुछ मामलों में विदेशों में शरण लेनी पड़ी है. 

ईरान से दागा गया ड्रोन इजराइल में आवासीय इमारत पर गिरा: IDF

इजराइल डिफेंस फोर्सेज ने शनिवार को ईरान से इजरायल पर इलाकों में 10 ड्रोन दागे गए. इजरायल की राष्‍ट्रीय आपातकालीन सेवा मैगन डेविड एडोम ने बताया कि इनमें से एक ड्रोन ने उत्तरी इजरायली शहर बेत शीआन में दो मंजिला आवासीय इमारत पर हमला किया, जिससे भारी नुकसान हुआ है. हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है.  एक अन्य ड्रोन दक्षिणी इजराइल के नेगेव रेगिस्तान में एक खुले क्षेत्र में गिरा, जिससे कोई क्षति नहीं हुई. आईडीएफ के अनुसार, शेष आठ ड्रोन को इजराइली वायु रक्षा प्रणाली ने रोक दिया. 

इजरायल के लड़ाकू विमानों का ईरान के दक्षिण-पश्चिमी ईरान में हमला

इजरायल की वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने दक्षिण-पश्चिमी ईरान में सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया है.  

ईरान में इंटरनेट आंशिक रूप से बहाल: नेटब्‍लॉक्‍स

लंदन स्थित ऑनलाइन निगरानी संस्था नेटब्लॉक्स ने कहा कि शनिवार को ईरान में इंटरनेट सेवा आंशिक रूप से बहाल कर दी गई. ईरान ने इजरायल के साथ युद्ध के दौरान इंटरनेट को बंद कर दिया गया था. नेटब्लॉक्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "करीब 62 घंटे के सरकारी शटडाउन के बाद ईरान में इंटरनेट कनेक्टिविटी आंशिक रूप से बहाल हो गई है." साथ ही नेटब्लॉक्स ने कहा कि हालांकि कुछ क्षेत्रों में सेवा कम हो गई है और कुल मिलाकर कनेक्टिविटी सामान्य स्तर से नीचे बनी हुई है. 

उन्‍होंने जो किया वह कूटनीति के साथ विश्‍वासघात था... अमेरिका पर बरसे ईरान के विदेश मंत्री

अमेरिका के साथ निर्धारित वार्ता से कुछ दिन पहले इजरायल द्वारा ईरान पर हमला करने के बाद अब ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने एक इंटरव्‍यू में कहा कि देश को इस बात पर संदेह है कि कूटनीतिक वार्ता में अमेरिका पर भरोसा करना चाहिए या नहीं. जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिया गया दो सप्ताह का समय अमेरिका के साथ किसी समझौते को अंतिम रूप देने के लिए पर्याप्त है तो अराघची ने कहा कि यह ट्रंप प्रशासन पर निर्भर है कि वह "बातचीत के माध्यम से समाधान के लिए अपना दृढ़ संकल्प दिखाए."

उन्होंने अमेरिका पर वार्ता के बारे में गंभीर न होने और इजरायल द्वारा किए गए हमलों को सही ठहराने के लिए इसे केवल एक आवरण के रूप में इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया. अराघची ने कहा, "तो शायद उनके दिमाग में यह योजना थी और शायद उन्हें इसे छिपाने के लिए बस बातचीत की जरूरत थी." उन्‍होंने कहा, "हमें नहीं पता कि हम अब 

इजरायल के हमलों का उद्देश्य ईरान परमाणु वार्ता को विफल करना: एर्दोगन

तुर्किए के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने शनिवार को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता के नए दौर से ठीक पहले ईरान पर इजरायल के हमलों का उद्देश्य वार्ता को विफल करना था और यह दर्शाता है कि इजरायल कूटनीति के माध्यम से मुद्दों को हल नहीं करना चाहता है. इस्तांबुल में इस्लामिक सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक में बोलते हुए एर्दोगन ने इजरायल पर प्रभाव रखने वाले देशों से आग्रह किया कि वे उसके "जहर" को न सुनें और व्यापक संघर्ष की अनुमति दिए बिना बातचीत के माध्यम से लड़ाई का समाधान खोजें. 

इजराइल मिडिल ईस्‍ट को 'पूर्ण विनाश' की ओर ले जा रहा है: तुर्किए

तुर्किए के विदेश मंत्री हकान फिदान ने शनिवार को इजराइल पर 13 जून को ईरान पर हमला करके मिडिल ईस्‍ट को "पूर्ण विनाश" की ओर ले जाने का आरोप लगाया. इस्तांबुल में इस्लामिक सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में उन्होंने कहा कि इजरायल अब हमारे पड़ोसी ईरान पर हमला करके इस क्षेत्र को पूर्ण विनाश के कगार पर ले जा रहा है. फिदान ने कहा कि कोई फिलिस्तीनी, लेबनानी, सीरियाई, यमनी या ईरानी समस्या नहीं है, लेकिन स्पष्ट रूप से एक इजरायली समस्या है. उन्होंने ईरान के खिलाफ असीमित आक्रामकता  को समाप्त करने का आह्वान किया और कहा कि हमें स्थिति को हिंसा के चक्र में बिगड़ने से रोकना चाहिए जो क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा को और अधिक खतरे में डाल देगा. 

आईएएफ ने 40 यूएवी को रोका और ईरान में यूएवी लॉन्‍चरों को भी किया नष्‍ट: आईडीएफ

इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने शनिवार को कहा कि इजरायल की वायुसेना ने 40 यूएवी को रोका और कई यूएवी लॉन्‍चरों को नष्‍ट किया है. शनिवार को रात भर इजरायल की वायुसेना ने आईडीएफ खुफिया निदेशालय के निर्देश पर इस्‍फहान में मिसाइल लॉन्‍चरों और दोहरे बैरल वाले यूएवी लॉन्‍चर को नष्ट कर दिया, जो इजरायल राज्य की ओर लॉन्च करने के लिए तैयार थे. 

इजरायल ने ईरान के परमाणु संयंत्र पर हमले की तस्‍वीरें जारी कीं

इजरायली सेना ने इस्‍फहान में ईरान के परमाणु संयंत्र पर हवाई हमलों के बाद की स्थिति दिखाने वाली फुटेज प्रकाशित की है. 

भारत की विदेश नीति, कूटनीति और विश्‍वसनीयता की बड़ी जीत... ऑपरेशन सिंधु पर भाजपा महासचिव

'ऑपरेशन सिंधु' पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि लगातार जारी युद्ध के बीच ईरान जैसे संघर्षरत देश द्वारा अपना हवाई क्षेत्र खोलना भारत की विदेश नीति, कूटनीति और भारत की विश्वसनीयता के लिए बड़ी जीत है. 'ऑपरेशन सिंधु' न केवल भारतीय छात्रों की घर वापसी है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की 'राष्ट्र प्रथम' नीति का जीवंत उदाहरण है.

ईरान में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को निकाल रहा है भारत: दूतावास

ईरान और इजरायल युद्ध के दौरान शनिवार को भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत ईरान से अपने सभी नागरिकों को निकाल रहा है. X पर एक पोस्ट में, भारतीय दूतावास ने आपातकालीन संपर्क नंबर और एक टेलीग्राम चैनल का लिंक दिया है. इसमें कहा गया है कि ईरान में भारतीय दूतावास ईरान में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को निकाल रहा है. दूतावास से टेलीग्राम चैनल या आपातकालीन संपर्क नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है. यह नंबर हैं - +989010144557, +989128109115 +989128109109. 

Track Latest News Live on NDTV.com and get news updates from India and around the world

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com