ईरान के राष्ट्रपति ने गुरुवार को अमेरिका पर इस्लामिक गणराज्य को अस्थिर करने का आरोप लगाया, जहां बीते एक महीने महसा आमिनि की मौत के बाद महिलाओं की नेतृत्व में प्रदर्शन जारी है. एएफपी के अनुसार हंगामा 22 वर्षीय युवती के मोरैलिटी पुलिस की हिरासत में मौत के बाद तीन दिन बाद भड़की. महिलाओं का ये प्रदर्शन लगभग तीन वर्षों से देश में देखी गई प्रदर्शनों में सबसे बड़ी है.
युवतियां और स्कूली छात्राएं प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं. सभी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने साथ ही अपने हिजाब को आग के हवाले कर रही हैं. साथ ही ऐसा करने से रोकने पर वे प्रशासनिक अधिकारियों से भिड़ते दिख रही हैं.
एएफपी द्वारा सत्यापित एक वीडियो में, "नारी, जीवन, स्वतंत्रता", विरोध आंदोलन के नारे, उत्तर-पश्चिमी शहर बुकान में रात भर फिर से सुनाई दिए, जहां प्रदर्शनकारियों ने ईरानी ध्वज को जला दिया. इधर, ईरान के अति-रूढ़िवादी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने फिर से संयुक्त राज्य अमेरिका को दोषी ठहराया.
उन्होंने कहा, " सैन्यीकरण और प्रतिबंधों में अमेरिका की विफलता के बाद, वाशिंगटन और उसके सहयोगियों ने अस्थिरता की विफल नीति का सहारा लिया है." एएफपी द्वारा सत्यापित ऑनलाइन वीडियो फुटेज में गुरुवार को ताजा विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें तेहरान विश्वविद्यालय में छात्रों ने एक सुरक्षा अधिकारी का अपमान किया, जिसने उन पर बंदूक तान दी थी.
वलियासर स्क्वायर के उस पार, एक सरकारी बिलबोर्ड, जिसमें प्रसिद्ध ईरानी महिलाओं की तस्वीरें दिखाई जा रही थीं, सभी हिजाब नियम का पालन कर रही थीं, को फाड़ दिया गया क्योंकि इसमें कुछ व्यक्तित्वों को दिखाया गया था, जिन्हें हेडस्कार्फ़ नियम का कम समर्थक माना जाता था.
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