संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया कि वो अफगानिस्तान में वैश्विक आतंकवादी खतरे से निपटने के लिये अपने पास मौजूद सभी संसाधनों का इस्तेमाल करें और युद्ध प्रभावित देश में एक “समावेशी” सरकार की स्थापना का समर्थन करें. तालिबान ने एक दिन पहले ही अंतरिम सरकार की घोषणा की है जिसमें विद्रोही समूह के शीर्ष नेताओं का वर्चस्व है. गुतारेस ने अफगानिस्तान की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए इसके निहितार्थ पर यहां जारी एक रिपोर्ट में कहा, “अफगानिस्तान को फिर कभी किसी देश को धमकी देने या उसपर हमला करने के लिए आतंकवादी संगठनों के एक मंच या सुरक्षित पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. मैं सुरक्षा परिषद और समग्र रूप से अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करता हूं कि वे एक स्वर में बोलें, एक साथ कार्य करें और अफगानिस्तान में वैश्विक आतंकवादी खतरे का मुकाबला करने के लिए अपने पास उपलब्ध सभी साधनों का उपयोग करें, यह सुनिश्चित करें कि मौलिक मानवाधिकारों का सम्मान किया जाए और एक समावेशी सरकार की स्थापना का समर्थन किया जाए.”
उन्होंने कहा कि दुनिया अफगानिस्तान में स्थिति को बहुत भारी मन और गहरी बेचैनी के साथ देख रही है कि आगे क्या होगा.
गुतारेस ने कहा, “दुनिया अफगानिस्तान में होने वाली घटनाओं को भारी मन और गहरी बेचैनी के साथ देख रही है कि आगे क्या होगा. अराजकता, अशांति, अनिश्चितता और डर के दृश्यों ने चिंता पैदा की है वहीं प्रगति और अफगान महिलाओं और लड़कियों, लड़कों और युवा पीढ़ी की उम्मीदों के संदर्भ में क्या बचा है ये बात घबराहट पैदा होती है.” संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि अफगानिस्तान को किसी भी देश को धमकी देने या हमला करने के लिए आतंकवादी संगठनों के लिए एक मंच या सुरक्षित पनाहगाह के रूप में फिर कभी इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. गुतारेस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने 2021 में मई-अगस्त के बीच आईएसआईएल-के द्वारा किए गए 88 हमलों को दर्ज किया है, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है और समूह तालिबान को "लगातार चुनौती" देता दिखा है.
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