श्रीनगर:
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सेना के जवानों की मुस्तैदी के चलते शनिवार को आतंकवादियों की घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश नाकाम कर दी गई। सेना के जवानों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के 12 आतंकवादी मारे गए। इस घटना में एक सैन्य अधिकारी शहीद हो गए। 28वें पर्वतीय खंड के कमांडर मेजर जनरल एस.के. चतुर्वेदी ने गुरेज में संवाददाताओं से कहा, "मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के 12 आतंकवादी घुसपैठिए मारे गए, जबकि एक लेफ्टिनेंट शहीद हो गए। एलओसी के पार से बड़ी घुसपैठ को नाकाम करने में हमारे दो जवान घायल हो गए।" आतंकवादी शुक्रवार रात भारत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बीच नियंत्रण रेखा पर स्थित किशनगंगा नदी को पार कर रहे थे। पता चलने के बाद उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा गया। चतुर्वेदी ने कहा, "लेकिन वे हमारे जवानों पर गोलबारी करने लगे। नतीजतन मुठभेड़ शुरू हो गई जो आज (शनिवार) दोपहर बाद खत्म हुई। नदी से छह आतंकवादियों के शव बरामद किए गए। अन्य छह आतंकवादियों के शव पाकिस्तान की तरफ बह गए।" शहीद हुए सैन्य अधिकारी की पहचान लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह के रूप में की गई है। सेना ने मारे गए आतंकवादियों के पास से बरामद हथियारों और युद्ध सामग्री को प्रदर्शित किया। सेना ने कहा कि यह इस महीने की आठवीं और सबसे बड़ी घुसपैठ की कोशिश थी जिसे नाकाम किया गया।