वाशिंगटन:
अमेरिका ने इस बारे में कुछ कहने से इनकार कर दिया है कि क्या भारत को भी मुम्बई हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ पाकिस्तान में कार्रवाई करने के लिए अमेरिका जितना अधिकार है। इसके साथ ही अमेरिका ने अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को मार गिराने की कार्रवाई को "बिल्कुल अनोखा" बताया। विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर से जब संवाददाताओं ने पूछा कि यदि भारत मुम्बई हमले के दोषियों के खिलाफ पाकिस्तान में इसी तरह की कार्रवाई करता है तो क्या अमेरिका उसका समर्थन करेगा, इस पर टोनर ने कहा, "मैं ऐसे अभियान के बारे में इतनी दूर तक की बातें नहीं करना चाहता, जो अमेरिका और दुनिया के इतिहास में बिल्कुल अनोखा हो।" टोनर ने कहा, "यहां एक ऐसा व्यक्ति था जो सम्भवत: दुनिया का सबसे वांछित व्यक्ति था और उसने न केवल अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ बल्कि पूरी दुनिया में लोगों के खिलाफ जघन्य अपराधों को अंजाम दिया था।" टोनर ने कहा, "मैं यहां कोई लम्बा-चौड़ा चित्र नहीं खींचना चाहता। हमने इस संदर्भ में जो कुछ कहा है वह यह कि यह एक ऐसा व्यक्ति था, जिसके खिलाफ हमारे पास कार्रवाई के लायक खुफिया जानकारी थी। हमने उस पर इसलिए कार्रवाई की क्योंकि हम मानते हैं कि वह अमेरिका के लिए प्रत्यक्ष और आसन्न खतरा था।" भारतीय संसद पर हमले के लिए और मुम्बई में सैकड़ों लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार रहे लोगों की पाकिस्तान में उपस्थिति के बारे में याद दिलाए जाने पर टोनर ने कहा कि उन्हें उन सभी मामलों की जानकारी है। टोनर ने कहा, "भारत व पाकिस्तान दोनों के साथ हमारा आतंकवाद निरोधी सहयोग जारी है और हम मानते हैं कि यह सहयोग वास्तव में इसी तरह के तत्वों के खिलाफ केंद्रित है।" लेकिन टोनर ने स्पष्ट किया कि इस्लामाबाद ने भले ही चेतावनी दी है, मगर जरूरत पड़ने पर अमेरिका दोबारा इसी तरह की कार्रवाई करेगा। ज्ञात हो कि इस्लामाबाद ने धमकी दी है कि यदि पाकिस्तान की सम्प्रभुता का दोबारा उल्लंघन किया गया तो वह अमेरिका के साथ सैन्य खुफिया सहयोग पर पुनर्विचार करने को मजबूर होगा। टोनर ने कहा, "मैं इतना कह सकता हूं कि इस बारे में हमारा रुख बिल्कुल साफ रहा है। हम मानते हैं कि यह व्यक्ति अमेरिका और अमेरिकी नागरिकों के लिए प्रत्यक्ष खतरा था, और दुनिया के लिए भी। और जब हमारे पास कार्रवाई करने लायक खुफिया जानकारी आई तो हमने कार्रवाई की।"