अरविंदन बालाकृष्णन
लंदन:
लंदन में गोपनीय तरीके से माओवादी गतिविधियां चलाने वाले भारतीय मूल के 75 वर्षीय व्यक्ति अरविंदन बालाकृष्णन को ब्रिटेन की एक अदालत ने यौन उत्पीड़न के कई मामलों में 23 साल जेल की सजा सुनाई है।
लंदन की साउथवार्क क्राउन अदालत ने बालाकृष्णन के खिलाफ उत्पीड़न के छह मामलों, रेप के चार मामलों और शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाने के दो मामलों में यह सजा सुनाई। बालाकृष्णन के अनुयाई उसे कॉमरेड बाला के रूप में जानते हैं।
पिछले साल दिसंबर में यह बात निकलकर आई थी कि उसने अपनी बेटी को 30 साल से भी अधिक समय से बंदी बनाकर रखा था। इसके बाद मुकदमा शुरू किया गया, जिसके बाद उसे दोषी ठहराया गया है।
उसकी 33 वर्षीय बेटी ने अपनी स्थिति को 'भयावह, अमानवीय और अपमानजनक' बताया। बालाकृष्णन का जन्म केरल के एक गांव में हुआ था और सिंगापुर व मलेशिया में वह बड़ा हुआ। इसके बाद लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स में अध्ययन के लिए वह 1963 में ब्रिटेन आ गया था।
लंदन की साउथवार्क क्राउन अदालत ने बालाकृष्णन के खिलाफ उत्पीड़न के छह मामलों, रेप के चार मामलों और शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाने के दो मामलों में यह सजा सुनाई। बालाकृष्णन के अनुयाई उसे कॉमरेड बाला के रूप में जानते हैं।
पिछले साल दिसंबर में यह बात निकलकर आई थी कि उसने अपनी बेटी को 30 साल से भी अधिक समय से बंदी बनाकर रखा था। इसके बाद मुकदमा शुरू किया गया, जिसके बाद उसे दोषी ठहराया गया है।
उसकी 33 वर्षीय बेटी ने अपनी स्थिति को 'भयावह, अमानवीय और अपमानजनक' बताया। बालाकृष्णन का जन्म केरल के एक गांव में हुआ था और सिंगापुर व मलेशिया में वह बड़ा हुआ। इसके बाद लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स में अध्ययन के लिए वह 1963 में ब्रिटेन आ गया था।