अपने नियोक्ता से 17 लाख डॉलर से अधिक (लगभगल 12 करोड़ से ज्यादा) की धोखाधड़ी करने वाले भारतीय मूल के 66 वर्षीय एक व्यक्ति ने जालसाजी का जुर्म स्वीकार कर लिया है. संघीय जांच ब्यूरो में स्पेशल एजेंट इन चार्ज जेनिफर बून और मैरिलैंड डिस्ट्रिक्ट में यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी रॉबर्ट हर ने बताया कि मैरीलैंड के रहने वाले राकेश कौशल ने पिछले हफ्ते अपना जुर्म स्वीकार कर लिया.
कौशल अभी हिरासत में है. उन्हें जनवरी 2020 में सजा सुनाई जाएगी. जालसाजी के मामलों में अधिकतम 20 वर्ष की कैद की सजा हो सकती है.
याचिका के मुताबिक निर्माण एवं डिजाइन सेवा देने वाली मैरीलैंड की एक कंपनी ने अगस्त 2015 और जनवरी 2017 के बीच कौशल को नौकरी पर रखा था. ये कंपनी प्रमुख रूप से संघीय सरकारी एजेंसियो के लिए काम करती है.
ईवान विक्टर थ्रान मैरिलैंड में तीन निर्माण कंपनियों का मालिक और अध्यक्ष था.
कौशल ने स्वीकार किया कि उसने थ्रान के साथ मिलकर धोखाधड़ी करने की योजना बनाई और तीन कंपनियों की ओर से किए गए काम के फर्जी भुगतान अनुरोध दिए.
अभियोजकों का कहना है कि धोखाधड़ी के बाद कौशल ने 6,50,000 डॉलर की रकम अपने निजी बैंक खाते से भारत के एक खाते में भेजी.
दुनिया से खबरें और भी हैं...
ईरान ने इंस्टाग्राम स्टार को किया गिरफ्तार, लगती है एंजेलिना जॉली का डरावना वर्जन
पत्नी का था अफेयर, पति ने उसके प्रेमी पर ठोका मुकदमा, कोर्ट केस में जीते 5.3 करोड़
सोशल मीडिया स्टार कंदील बलोच का फरार भाई इंटरपोल की मदद से गिरफ्तार: पाक पुलिस
अमेरिका में भारतीय मूल के करोड़पति तुषार अत्रे की मौत, गर्लफ्रेंड की कार में पाए गए मृत
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं