इजरायल (Israel) और ईरान (Iran) स्थित भारतीय दूतावासों ने ईरान के अप्रत्याशित मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद अपने नागरिकों के लिए रविवार को एक नया ‘‘महत्वपूर्ण परामर्श'' जारी कर उन्हें शांतचित्त रहने और सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन की सलाह दी. इसी के साथ अतिरिक्त हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किए हैं. सीरिया की राजधानी दमिश्क स्थित ईरान के राजनयिक मिशन पर एक अप्रैल को कथित तौर पर इजराइल द्वारा किए गए हमले और उसके दो शीर्ष कमांडरों की मौत होने के जवाब में ईरान और उसके प्रतिनिधियों ने शनिवार देर रात इजरायल पर 330 मिसाइलें दागी और ड्रोन हमले किए.
ईरान द्वारा शनिवार-रविवार की दरमियानी रात किए गए हमलों के बाद इजरायल में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एक नया ‘महत्वपूर्ण परामर्श' जारी किया. भारतीय दूतावास ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए ‘महत्वपूर्ण परामर्श' में कहा, ‘‘क्षेत्र में हाल की घटनाओं के मद्देनजर इजराइल में सभी भारतीय नागरिकों को शांत रहने और स्थानीय प्राधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है.'' उसने कहा, ‘‘दूतावास स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है और वह हमारे सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इजरायली प्राधिकारियों तथा भारतीय समुदाय के सदस्यों के संपर्क में है.'' उसने भारतीय नागरिकों से पहले से उपलब्ध एक लिंक के जरिये दूतावास के साथ पंजीकरण कराने का भी अनुरोध किया है.
इससे पहले 12 अप्रैल (शुक्रवार) को भी तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने एक परामर्श जारी किया था, जिसमें कहा गया था,‘‘ईरान और इजरायल के लिए यात्रा सलाह: क्षेत्र में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे अगली सूचना तक ईरान या इजरायल की यात्रा न करें.'' दूतावास ने किसी भी सहायता के लिए एक मेल आईडी और दो फोन नंबर साझा किए थे. साथ ही ईरान में रहने वाले सभी भारतीयों को खुद को पंजीकृत करने के लिए भी कहा और इस संबंध में एक लिंक साझा किया.
उसी दिन, तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास ने भी ईरान द्वारा जवाबी हमले की बढ़ती आशंकाओं के बीच एक परामर्श जारी किया था जिसमें अपने नागरिकों को सलाह दी गई थी कि वे ‘‘अनावश्यक यात्रा से बचें, शांत रहें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें.'' नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत इजरायल और ईरान के बीच बढ़ती शत्रुता से गंभीर रूप से चिंतित है, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है.
यह पहली बार है जब ईरान ने अपनी धरती से इजरायल पर हमला किया है. इजरायल पर सैकड़ों मिसाइल दागे जाने के बावजूद किसी भी देश ने अभी तक अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. अमेरिका समेत उनमें से कुछ देशों ने परामर्श जारी किए हैं.
इजरायल में विद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों ने सोमवार तक अपनी गतिविधियां निलंबित कर दी हैं, लेकिन सरकारी कार्यालय और निजी व्यवसाय बड़े पैमाने पर सामान्य रूप से काम कर रहे हैं और सरकार ने सभी को घरेलू स्तर पर जारी किए जा रहे दिशानिर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया है.
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