डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
एडिसन (न्यूजर्सी):
डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के एक आतंकवाद विरोधी रैली के संबोधन का कुछ भारतवंशी अमेरिकियों एवं डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने विरोध किया है. इस रैली का आयोजन 'रिपब्लिकन हिंदू कोएलिशन' की ओर से किया गया था.
ट्रंप के आसपास कड़ी सुरक्षा को देखते हुए संवाददाता सम्मेलन का आयोजन न्यूजर्सी में वहां से कुछ दूर किया गया.इसमें नेता राज मुखर्जी ने कहा, "यदि आप असली हिंदू हैं तो आप एक मुसलमान भी हैं. यदि आप असली हिंदू हैं तो आप एक ईसाई भी हैं. यदि आप एक असली हिंदू हैं तो आप एक यहूदी भी हैं."
उन्होंने ऐलान किया, "ऐसा इसलिए क्योंकि इसी में मेरा समुदाय विश्वास करता है और यही कारण है कि हम लोग खुशी के साथ हिलेरी क्लिंटन को अमेरिका का अगला राष्ट्रपति चुनने जा रहे हैं." सांसद फ्रैंक पालोन ने कहा, "ट्रंप न्यूजर्सी में मुसलमानों एवं प्रवासी नागरिकों के खिलाफ टिप्पणियों की वजह से और भेदभाव पैदा करेंगे." उन्होंने व्यापक दक्षिण एशियाई समुदाय से अपील में कहा, "यह हम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है कि हम यहां यह कहने के लिए रहें कि ट्रंप की मान्यताएं दक्षिण एशियाई समुदाय की मान्यताएं नहीं हैं." इस संवाददाता सम्मेलन का आयोजन 'साउथ एशियन फॉर हिलेरी' की ओर से किया गया था.
इस समूह के न्यूजर्सी के प्रतिनिधि अमित जानी ने कहा, "हम नहीं समझते हैं कि राज्य के बाहर के किसी के लिए भी यह उचित है कि वह यहां आए और हमारी आस्था से जुड़े राजनीतिक मुद्दे उठाए. यह कहे कि वह देशभर में फैले 34 लाख भारतीय-अमेरिकियों के लिए बोल रहा है बल्कि और अधिक मुस्लिम अमेरिकियों और पूरे दक्षिण एशियाई समुदायों के लिए बोल रहा है." मुस्लिम समुदाय के नेताओं में शारिक अहमद, साम खान, इम्तियाज सईद और हिंदू समुदाय के नेता राजू पटेल और कोअलिशन आफ प्रोग्रेसिव हिंदू की सुनीता विश्वनाथ ने भी संवाददाता सम्मेलन में अपने विचार रखे. हालांकि, ट्रंप की रैली में जुटे आठ हजार लोगों की तुलना में उनके विरोधियों की संख्या बहुत कम थी.
प्रदर्शनकारी एक बैनर के सामने जुटे थे जो ट्रंप की रैली के लिए जाने वाले मार्ग पर लगा था. इन लोगों ने हाथों में तख्तियां ले रखीं थीं जिन पर 'रंगभेद नीति समाप्त करो', 'डंप ट्रंप' और 'साउथ एशियन अगेंस्ट ट्रंप' लिखा था. नेशनल एशियन अमेरिकी सर्वे के कई जनमत सर्वेक्षणों में दिखता है कि पंजीकृत भारतीय अमेरिकी मतदाताओं के बीच ट्रंप का समर्थन मई में 11 प्रतिशत था, वह इस माह घटकर 7 प्रतिशत रह गया है. जबकि, हिलेरी क्लिंटन को 71 प्रतिशत भारतीय अमेरिकी मतदाताओं का समर्थन पहले की तरह बना हुआ है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ट्रंप के आसपास कड़ी सुरक्षा को देखते हुए संवाददाता सम्मेलन का आयोजन न्यूजर्सी में वहां से कुछ दूर किया गया.इसमें नेता राज मुखर्जी ने कहा, "यदि आप असली हिंदू हैं तो आप एक मुसलमान भी हैं. यदि आप असली हिंदू हैं तो आप एक ईसाई भी हैं. यदि आप एक असली हिंदू हैं तो आप एक यहूदी भी हैं."
उन्होंने ऐलान किया, "ऐसा इसलिए क्योंकि इसी में मेरा समुदाय विश्वास करता है और यही कारण है कि हम लोग खुशी के साथ हिलेरी क्लिंटन को अमेरिका का अगला राष्ट्रपति चुनने जा रहे हैं." सांसद फ्रैंक पालोन ने कहा, "ट्रंप न्यूजर्सी में मुसलमानों एवं प्रवासी नागरिकों के खिलाफ टिप्पणियों की वजह से और भेदभाव पैदा करेंगे." उन्होंने व्यापक दक्षिण एशियाई समुदाय से अपील में कहा, "यह हम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है कि हम यहां यह कहने के लिए रहें कि ट्रंप की मान्यताएं दक्षिण एशियाई समुदाय की मान्यताएं नहीं हैं." इस संवाददाता सम्मेलन का आयोजन 'साउथ एशियन फॉर हिलेरी' की ओर से किया गया था.
इस समूह के न्यूजर्सी के प्रतिनिधि अमित जानी ने कहा, "हम नहीं समझते हैं कि राज्य के बाहर के किसी के लिए भी यह उचित है कि वह यहां आए और हमारी आस्था से जुड़े राजनीतिक मुद्दे उठाए. यह कहे कि वह देशभर में फैले 34 लाख भारतीय-अमेरिकियों के लिए बोल रहा है बल्कि और अधिक मुस्लिम अमेरिकियों और पूरे दक्षिण एशियाई समुदायों के लिए बोल रहा है." मुस्लिम समुदाय के नेताओं में शारिक अहमद, साम खान, इम्तियाज सईद और हिंदू समुदाय के नेता राजू पटेल और कोअलिशन आफ प्रोग्रेसिव हिंदू की सुनीता विश्वनाथ ने भी संवाददाता सम्मेलन में अपने विचार रखे. हालांकि, ट्रंप की रैली में जुटे आठ हजार लोगों की तुलना में उनके विरोधियों की संख्या बहुत कम थी.
प्रदर्शनकारी एक बैनर के सामने जुटे थे जो ट्रंप की रैली के लिए जाने वाले मार्ग पर लगा था. इन लोगों ने हाथों में तख्तियां ले रखीं थीं जिन पर 'रंगभेद नीति समाप्त करो', 'डंप ट्रंप' और 'साउथ एशियन अगेंस्ट ट्रंप' लिखा था. नेशनल एशियन अमेरिकी सर्वे के कई जनमत सर्वेक्षणों में दिखता है कि पंजीकृत भारतीय अमेरिकी मतदाताओं के बीच ट्रंप का समर्थन मई में 11 प्रतिशत था, वह इस माह घटकर 7 प्रतिशत रह गया है. जबकि, हिलेरी क्लिंटन को 71 प्रतिशत भारतीय अमेरिकी मतदाताओं का समर्थन पहले की तरह बना हुआ है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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