
नई दिल्ली:
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत चीन की सैन्य क्षमता के असर को लेकर ‘सचेत और चौकन्ना’ है और अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का जवाब देने के लिए क्षमता विकसित करने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।
अपनी वार्षिक रिपोर्ट में मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति चिंता का कारण है क्योंकि उसके अपने क्षेत्र और नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी संगठनों के क्रियाकलाप लगातार जारी हैं।
वर्ष 2012-13 की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चीन की सैन्य क्षमता के असर को लेकर सचेत और चौकन्ना है। भारत अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का सामना करने के लिए जरूरी क्षमता बढ़ा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का मानना है कि दोनों देशों के पास शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने और सौहार्दपूर्ण माहौल में एक साथ बने रहने के लिए ‘पर्याप्त स्थल’ है।
पाकिस्तान पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान और नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों का अस्तित्व आतंकवादी संगठनों के लिए पाकिस्तान के रवैये को प्रदर्शित करता है।
मंत्रालय ने कहा कि उसका मानना है कि इस तरह के संगठन पाकिस्तान की अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना के लिए खतरा पैदा करते हैं।
अपनी वार्षिक रिपोर्ट में मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति चिंता का कारण है क्योंकि उसके अपने क्षेत्र और नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी संगठनों के क्रियाकलाप लगातार जारी हैं।
वर्ष 2012-13 की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चीन की सैन्य क्षमता के असर को लेकर सचेत और चौकन्ना है। भारत अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का सामना करने के लिए जरूरी क्षमता बढ़ा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का मानना है कि दोनों देशों के पास शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने और सौहार्दपूर्ण माहौल में एक साथ बने रहने के लिए ‘पर्याप्त स्थल’ है।
पाकिस्तान पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान और नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों का अस्तित्व आतंकवादी संगठनों के लिए पाकिस्तान के रवैये को प्रदर्शित करता है।
मंत्रालय ने कहा कि उसका मानना है कि इस तरह के संगठन पाकिस्तान की अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना के लिए खतरा पैदा करते हैं।