ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त नवतेज सरना (फाइल फोटो)
लंदन:
भारत को चोरी के पंद्रह साल बाद शुक्रवार को ब्रिटेन से ब्रह्मा और उनकी पत्नी ब्रह्माणी की 12वीं सदी की मूर्ति औपचारिक रूप से मिल गई.
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त नवतेज सरना ने ब्रिटेन के आर्ट लॉस रजिस्टर (एएलआर) से संरगरमर की इस मूर्ति को ग्रहण किया जो नवंबर, 2001 में गुजरात में पाटन के रानी-की-वाव के यूनेस्को धरोहर स्थल से चुरा ली गई थी.
इस मूर्ति को लंदन के एएलआर ने बरामद किया, जिसे गुम हो गई और चुरा ली गई कलाकृतियों को बरामद करने में महारात हासिल है.
सरना ने कहा, 'यह ऐतिहासिक दिन है और यह एक अच्छे रुख का प्रतीक है, जहां लोग एवं एजेंसियां बहुमूल्य कलाकृतियों को उनके उचित स्थान तक पहुंचाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त नवतेज सरना ने ब्रिटेन के आर्ट लॉस रजिस्टर (एएलआर) से संरगरमर की इस मूर्ति को ग्रहण किया जो नवंबर, 2001 में गुजरात में पाटन के रानी-की-वाव के यूनेस्को धरोहर स्थल से चुरा ली गई थी.
इस मूर्ति को लंदन के एएलआर ने बरामद किया, जिसे गुम हो गई और चुरा ली गई कलाकृतियों को बरामद करने में महारात हासिल है.
सरना ने कहा, 'यह ऐतिहासिक दिन है और यह एक अच्छे रुख का प्रतीक है, जहां लोग एवं एजेंसियां बहुमूल्य कलाकृतियों को उनके उचित स्थान तक पहुंचाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.'
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