
- भारत और कनाडा ने आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है
- कनाडा ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को आतंकवादी संगठन घोषित कर उसकी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और कनाडाई समकक्ष ड्रोइन के बीच नई दिल्ली में महत्वपूर्ण वार्ता हुई थी
भारत और कनाडा ने आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने सहित सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. कनाडा ने सोमवार को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को आतंकवादी संगठन घोषित किया था. कनाडा सरकार ने एक बयान में कहा, ‘‘कनाडा में हिंसा और आतंकी कृत्यों के लिए कोई स्थान नहीं है, विशेष रूप से उन कृत्यों के लिए जो भय और धमकी का माहौल बनाने के लिए विशिष्ट समुदायों को निशाना बनाते हैं.''
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा
बिश्नोई गिरोह को आतंकी संगठन घोषित करने की कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल और उनकी कनाडाई समकक्ष नथाली ड्रोइन के बीच नयी दिल्ली में हुई बातचीत के एक सप्ताह बाद हुई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में, 18 सितंबर को डोभाल और ड्रोइन के बीच हुई सार्थक वार्ता का उल्लेख किया.
द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा
जायसवाल ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने आतंकवाद का मुकाबला करने, अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध से निपटने और खुफिया आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने पर चर्चा की.'' उन्होंने कहा, ‘‘वे सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने और मौजूदा संपर्क तंत्र को और सुदृढ़ करने पर सहमत हुए, दोनों पक्ष इन सभी मुद्दों पर संपर्क में हैं.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं