वाशिंगटन:
अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने भारत को एक बड़ी क्षेत्रीय और वैश्विक ताकत करार देते हुए कहा है कि वह नई दिल्ली के साथ मजबूत रिश्ते चाहता है क्योंकि भारत के पास बड़ी क्षमताएं हैं और साथ ही दोनों देशों के हित एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। दक्षिण एवं दक्षिणपूर्व मामलों के उप सहायक रक्षा मंत्री रॉबर्ट चेर कहा, जब आप कुछ देशों के साथ सहयोग करना चाहते हैं तो आप उनकी बड़ी क्षमताओं और साझा हितों को देखते हैं। इस तरह का देश भारत है और इसीलिए भारत-अमेरिका संबंध हमारे लिए महत्वपूर्ण है। वाशिंगटन स्थित एक प्रमुख थिंक टैंक न्यू अमेरिकन फाउंडेशन की ओर से भारत-अमेरिका रक्षा संबंध पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए चेर ने यह बयान दिया। चेर इसी जुलाई में विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ भारत पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। उन्होंने कहा कि समुद्री सुरक्षा दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दा था। चेर कहा, हिलेरी के दौरे के समय समुद्री सुरक्षा पर मुख्य रूप से ध्यान दिया गया था। समुद्री सुरक्षा का मुद्दा न केवल रक्षा से जुड़ा है, बल्कि इससे कई कारक भी जुड़े हुए हैं। ऐसे में इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में भारत के साथ और नजदीकी चाहेंगे। अमेरिका और भारत नौवहन एवं हिंद महासागर में बिना रोकटोक संचार स्वतंत्रता की स्पष्ट इच्छा रखते हैं। अधिकारियों ने कहा, हम भारत के साथ मुख्य मुद्दों पर मजबूत सहयोग करना चाहेंगे। इसमें समुद्री सुरक्षा और मानवीय सहायता सहित कई बातें शामिल हैं। भारत एक बड़ी क्षेत्रीय और वैश्विक ताकत है।
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भारत, अमेरिका, मजबूत रिश्ता