पाकिस्तान में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 10,927 तक पहुंचन के साथ ही प्रधानमंत्री इमरान खान ने बृहस्पतिवार को खुलासा किया कि उनकी सरकार देश में कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों का पता लगाने के लिए आईएसआई का इस्तेमाल कर रही है. वैसे आईएसआई आतंकवादियों का पता लगाने के लिए है.खान ने इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित लोगों की मदद के लिए धन जुटाने के लिए यहां लाइव एहसास टेलीथोन के दौरान कहा, ‘‘यह (पता लगाने वाली प्रणाली) आतंकवादियों (का पता लगाने) के लिए थी लेकिन हम उसका उपयोग कोरोना से निपटने के लिए कर रहे हैं.''उन्होंने कहा कि ‘‘पता लगाना और परीक्षण करना ही कारोबारों को फिर से खोलने का एकमात्र उपाय है.''
कुछ सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि अनिश्चितकाल के लिए लॉकडाउन कोई विकल्प नहीं है और उसके बारे में कोई भी निर्णय सभी पाकिस्तानियों के लिए है न कि सिर्फ संभ्रात के लिए.खान ने कहा, ‘‘ सरकार देश के बंद करने से बुरी तरह प्रभावित लोगों को बुद्धिमतापूर्ण राहत प्रदान करने के लिए स्मार्ट लॉकडाउन के विकल्प पर गौर कर रही है.''इस बीच, बुरी तरह प्रभावित पंजाब में 4,706 मरीज, सिंध में 3,671 मरीज, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में 1,453 मरीज, बलूचिस्तान में 552, गिलगित-बाल्टिस्तान में 290, इस्लामबाद में 204 और आजाद कश्मीर (पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर) में 51 मामले हैं.''रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे में छह और मरीजों की मौत होने के साथ इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 230 हो गयी है. अबतक इस महामारी के 2337 लोग स्वस्थ हुए हैं.
अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार विश्वभर में 26 लाख से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं और कम से कम 1,83,000 लोगों की इससे जान जा चुकी है.इस बीच, पाकिस्तान ने बताया कि विदेश में फंसे पाकिस्तानियों को देश वापस लाने के प्रयासों के बीच देश वापस आने के लिए 46,500 से अधिक नागरिकों ने आधिकारिक मंच पर पंजीकरण किया है.
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