काहिरा:
मिस्र की एक अदालत ने देश के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के खिलाफ मुकदमे में अपना फैसला सुनाते हुए उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई है। मुबारक के खिलाफ मुकदमे का फैसला सत्ता से उनके हटने के 15 महीने बाद आया है। होस्नी मुबारक के शासनकाल में गृहमंत्री रहे हबीब अल अदली को भी उम्रक़ैद की सजा हुई है। होस्नी मुबारक के दो बेटों- गमाल और अला को कोर्ट ने भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी कर दिया है।
मुबारक और अल आदली को सजा सुनाते हुए न्यायाधीश अहमद रफात ने कहा कि 10 महीने चली यह सुनवाई निष्पक्ष रही। उन्होंने कहा कि मिस्र की जनता को मुबारक के शासन में 30 साल तक कष्ट सहने पड़े।
गृह मंत्रालय ने अदालत के परिसरों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए थे। न्यू काहिरा की पुलिस अकादमी की दीवारों को चार मीटर बढ़ाया गया और इसके ऊपर एक मीटर तक कांटेदार तार लगाए गए। अदालत ने साथ ही सुनवाई को कवर करने के लिए किसी अन्य को इजाजत नहीं दी और केवल सरकारी टेलीविजन को ही इसकी अनुमति थी। फैसला सुनाने के बाद अदालत में विरोधी गुटों में हाथापाई देखने को मिली।
मुबारक, पूर्व गृह मंत्री हबीब अल अदली और छह अन्य के खिलाफ मामले में मौत की सजा तक हो सकती थी। मुबारक को एक अस्पताल से अदालत ले जाया जाया गया। गत वर्ष गिरफ्तारी के बाद मुबारक अस्पताल में ही हैं।
मुबारक और अल आदली को सजा सुनाते हुए न्यायाधीश अहमद रफात ने कहा कि 10 महीने चली यह सुनवाई निष्पक्ष रही। उन्होंने कहा कि मिस्र की जनता को मुबारक के शासन में 30 साल तक कष्ट सहने पड़े।
गृह मंत्रालय ने अदालत के परिसरों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए थे। न्यू काहिरा की पुलिस अकादमी की दीवारों को चार मीटर बढ़ाया गया और इसके ऊपर एक मीटर तक कांटेदार तार लगाए गए। अदालत ने साथ ही सुनवाई को कवर करने के लिए किसी अन्य को इजाजत नहीं दी और केवल सरकारी टेलीविजन को ही इसकी अनुमति थी। फैसला सुनाने के बाद अदालत में विरोधी गुटों में हाथापाई देखने को मिली।
मुबारक, पूर्व गृह मंत्री हबीब अल अदली और छह अन्य के खिलाफ मामले में मौत की सजा तक हो सकती थी। मुबारक को एक अस्पताल से अदालत ले जाया जाया गया। गत वर्ष गिरफ्तारी के बाद मुबारक अस्पताल में ही हैं।
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