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डंकी रूट से अमेरिका जा रहे हरियाणा के युवराज की हत्‍या, 50 लाख रुपये देने के बाद भी नहीं बख्शी जान 

पंजाब, हरियाणा और दूसरे राज्यों के कई लोगों ने बड़ी रकम खर्च करके 'डंकी रूट्स' का प्रयोग किया है. यह वो रास्‍ते हैं जिन्‍हें अमेरिका में दाखिल होने के लिए प्रयोग किया जाता है और गैर-कानूनी और काफी जोखिम भरे हैं.

डंकी रूट से अमेरिका जा रहे हरियाणा के युवराज की हत्‍या, 50 लाख रुपये देने के बाद भी नहीं बख्शी जान 
  • हरियाणा के कैथल जिले के मोहना गांव के 18 वर्षीय युवराज की अमेरिका जाने के प्रयास में ग्वाटेमाला में हत्या.
  • युवराज ने बेहतर नौकरी के लिए डंकी रूट से अमेरिका पहुंचने की कोशिश की थी लेकिन ह्यूमन ट्रैफिकर्स ने पकड़ लिया.
  • युवराज के परिवार ने तीन ट्रैवल एजेंट्स को लाखों रुपये दिए, जो उसे सुरक्षित अमेरिका पहुंचाने का वादा कर रहे थे.
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नई दिल्‍ली:

डंकी रूट से अमेरिका जाने का एक नया मामला सामने आया है. अबकी बार हरियाणा का एक युवक इस रास्‍ते में फंस गया और उसकी मौत हो गई है. यह युवक बेहतर नौकरी के लिए अमेरिका जाने का सपना देख रहा था लेकिन ह्यूमन टैफिकर्स ने उसे पकड़ लिया और उसकी ग्‍वाटेमाला में हत्‍या कर दी. शनिवार को उसके परिवार की तरफ से यह दावा किया गया है. घटना पिछले अक्‍टूबर की बताई जा रही है. 

कैथल का था युवराज 

युवक का नाम युवराज बताया जा रहा है और उसकी उम्र 18 साल थी. वह हरियाणा के कैथल जिले के तहत आने वाले मोहना गांव का रहने वाला था.  एक किसान परिवार से आने वाले युवराज की मौत के बारे में उस समय पता लगा जब एक डॉन्‍कर्स ने उसका डेथ सर्टिफिकेट और फोटो भेजी. उसके साथ ही पंजाब के एक युवक की भी हत्‍या की गई और उसकी फोटो और डेथ सर्टिफिकेट भी भेजा गया था. युवराज के मामा गुरपेज सिंह ने इस बारे में जानकारी दी. 

परिवार की मदद करने का था सपना 

गुरपेज ने बताया कि डॉन्‍कर्स यानी ह्यूमन ट्रैफिकर्स जो गैरकानूनी रास्‍तों पर काम करते हैं. इसी दौरान वह ट्रैवलर्स के साथ हिंसा हुई और उनके साथ बुरा बर्ताव करते हैं. गुरपेज ने बताया कि युवराज ने 12वीं कक्षा की परीक्षा पास की थी. वह अपने परिवार की मदद करना चाहता था. उसे उम्‍मीद थी कि एक बार अमेरिका पहुंच जाने के बाद उसे नौकरी मिल जाएगी. हरियाणा स्थित तीन ट्रैवल एजेंट्स ने परिवार से अच्‍छी-खासी रकम भी ली. साथ ही वादा किया कि उनके नेटवर्क में जो दूसरे कॉन्‍टैक्‍ट्स हैं वो उसे सुरक्षित अमेरिका पहुंचने में मदद करेंगे.  

3 लाख रुपये में डेथ सर्टिफिकेट  

जैसे ही परिवार की तरफ से शुरुआती रकम दी गई , युवराज के साथ उनका कॉन्‍टैक्‍ट टूट गया. कुछ महीनों बाद उन्‍हें कुछ वीडियोज मिले. इन वीडियोज में नजर आ रहा था कि कैसे युवराज और पंजाब के एक युवक को बंधक बना लिया गया है.  इसके बाद डॉन्‍कर्स ने फिरौती की मांग की. युवरात के परिवार का मानना है कि हरियाणा के एजेंट्स के जरिए दूसरे 'डॉन्‍कर्स' को दिए जाने वाले पैसे, जिन्हें मिलने थे, उन तक नहीं पहुंचे. हाल ही में, एक डॉन्‍कर ने परिवार से संपर्क किया और दावा किया कि युवराज की हत्या कर दी गई है. अपने दावे का सबूत देने के लिए 3 लाख रुपये मांगे. गुरपेज ने कहा कि पैसे भेजे जाने के बाद उन्‍हें एक डेथ सर्टिफिकेट और तस्वीरें भेजी गईं. 

50 लाख रुपये तक ले चुके डॉन्‍कर्स 

गुरपेज ने बताया कि कुल मिलाकर, परिवार ने ट्रैवल एजेंट और डॉनकर को 40 से 50 लाख रुपये दिए. गुरपेज ने दावा किया कि परिवार ने पहले पुलिस से संपर्क किया और दो लोकल एजेंट पकड़े गए थे. हालांकि, उन्हें हाल ही में टीनेजर की मौत की जानकारी मिली. पंजाब, हरियाणा और दूसरे राज्यों के कई लोगों ने बड़ी रकम खर्च करके 'डंकी रूट्स' का प्रयोग किया है. यह वो रास्‍ते हैं जिन्‍हें अमेरिका में दाखिल होने के लिए प्रयोग किया जाता है और गैर-कानूनी और काफी जोखिम भरे हैं. इस तरह से अमेरिका में दाखिल होने कई लोगों को तब से डिपोर्ट कर दिया गया है. 

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