बीजिंग:
चीन ने मंगलवार को इनकार किया कि गहरे समुद्र में स्थित सामरिक रूप से महत्वपूर्ण ग्वादार बंदरगाह में किसी नौसेना अड्डे के निर्माण पर पाकिस्तान के साथ उसकी कोई बात हुई है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जियांग यू ने इनकार किया कि पिछले हफ्ते पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी जब चीन आए थे तो इस तरह की कोई पेशकश सामने आई थी। जियांग ने यह बात तब कही जब उनसे ग्वादार बंदरगाह की परियोजना के बारे में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार की कथित टिप्पणी के बारे में पूछा गया था। जियांग ने कहा, चीन और पाकिस्तान मित्र पड़ोसी हैं और सभी मामलों में व्यापक सहयोग में लगे हैं। जहां तक आपने जिस सहयोग परियोजना की चर्चा की, मैंने उसके बारे में नहीं सुना है। चीनी प्रवक्ता ने कहा, इन वषरें के दौरान चीन ने अपनी क्षमता के हिसाब से पाकिस्तान को सहायता प्रदान की है। जियांग ने कहा, हमें उम्मीद है कि यह सहायता पाकिस्तान को अपना जीवन-स्तर सुधारने में और सतत आर्थिक एवं सामाजिक विकास पाने में मदद करेगा और हम भविष्य में ऐसा करना जारी रखेंगे। चीनी प्रवक्ता से पूछा गया कि क्या वह इससे इनकार कर रही हैं कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है तो उन्होंने कहा, जहां तक मैं जानती हूं, पिछले हफ्ते यात्रा के दौरान यह विषय नहीं उठाया गया था। जियांग की टिप्पणी पाकिस्तानी रक्षा मंत्री अहमद मुख्तार के इस बयान का खंडन करती है कि चीन सरकार ने पाकिस्तान का यह आग्रह स्वीकार कर लिया है कि जैसे ही सिंगापुर पोर्ट अथारिटी के साथ समझौते की शर्त खत्म होती है वह ग्वादार पोर्ट का संचालन अपने हाथ में ले ले। हाल ही में संपन्न गिलानी की चीन यात्रा में मुख्तार भी उनके साथ थे।