न्यूटाउन (कनेक्टिकट):
अमेरिका के कनेक्टिकट राज्य के प्राथमिक स्कूल में शुक्रवार की गोलीबारी की घटना के बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा संवाददाताओं से बात कर रहे थे तो उनकी आंखें छलक आईं और गला रुंध गया। अमेरिकी अधिकारी अभी भी घटना के कारणों को तलाश रहे हैं जिसकी वजह से एक युवक ने 20 बच्चों सहित 28 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। अमेरिका में इस घटना को लेकर शोक की लहर है।
पिछले दो दशकों में ढीले बंदूक कानूनों के कारण अमेरिका में 100 से अधिक लोगों की मौत शिक्षण संस्थानों में हो चुकी है। चूंकि बंदूक रखने को मूलभूत अधिकार के तौर पर मान्यता मिलने एवं शस्त्र उद्योग से जुड़ी लॉबी के चलते अमेरिका में बंदूक संस्कृति पर रोक लगाने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक दो बेटियों के पिता ओबामा ने व्हाइट हाउस के प्रेस कक्ष में अपनी भावनाओं को छुपाने का प्रयास करते हुए कहा, "मैं जानता हूं कि अमेरिका में ऐसा एक भी अभिभावक नहीं होगा जो मेरी ही तरह इस घटना पर इतना ही दुखी न हो।" उन्होंने कहा, "मारे गए लोगों में ज्यादातर बच्चे हैं, खूबसूरत और पांच से 10 साल उम्र के नन्हे बच्चे। उनके आगे उनका पूरा जीवन था। अभी उनके जीवन में उनके जन्मदिन, पढ़ाई, विवाह और फिर खुद उनके बच्चों का आना बाकी था।"
अधिकारियों का कहना है कि न्यूयार्क सिटी से करीब 100 किलोमीटर दूर कनेक्टिकट के न्यूटाउन में सैंडी हुक एलिमेंट्री स्कूल में हुई गोलीबारी में 20 बच्चों सहित 28 लोग मारे गए।
ओबामा ने कहा, "आज हमारा दिल इन नन्हें बच्चों के माता-पिता, उनके दादा-दादी, बहनों व भाइयों और हमले में मारे गए अन्य लोगों के परिजनों के लिए दुखी है।"
शुक्रवार को हुई गोलीबारी की यह घटना बीते एक सप्ताह में अमेरिका में इस तरह की दूसरी घटना है जबकि इस साल यहां गोलीबारी की कई घटनाएं हुई हैं।
ओबामा ने इस साल अमेरिका में हुई गोलीबारी की अन्य घटनाओं का हवाला देते हुए कहा, "एक देश के रूप में हम इस तरह की घटनाओं से कई बार गुजरे हैं। फिर चाहे वह घटना न्यूटाउन के प्राथमिक स्कूल की हो या ओरेगन के शॉपिंग मॉल की या विस्कॉन्सिन के गुरुद्वारे की या एयुरोरा के फिल्म थियेटर की या फिर शिकागो की एक सड़क की घटना हो।" उन्होंने कहा, "हमें भविष्य में इस तरह की त्रासदियों को रोकने के लिए अर्थपूर्ण कार्रवाई करने के लिए बिना किसी राजनीति के एकजुट होना चाहिए।"
कनेक्टीकट के मेयर डैन मेलॉय ने कहा, "आज यहां शैतान आया था।" भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक भी इस घटना से बेहद आहत हैं।
नार्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन (एनएपीए) ने कहा, "हम पीड़ितों एवं उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।"
विस्कोंसिन के एक गुरुद्वारे में पांच अगस्त को गोलीबारी में छह सिखों की मौत हो गई थी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कनेक्टीकट के मेयर को लिखे पत्र में इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
पिछले दो दशकों में ढीले बंदूक कानूनों के कारण अमेरिका में 100 से अधिक लोगों की मौत शिक्षण संस्थानों में हो चुकी है। चूंकि बंदूक रखने को मूलभूत अधिकार के तौर पर मान्यता मिलने एवं शस्त्र उद्योग से जुड़ी लॉबी के चलते अमेरिका में बंदूक संस्कृति पर रोक लगाने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक दो बेटियों के पिता ओबामा ने व्हाइट हाउस के प्रेस कक्ष में अपनी भावनाओं को छुपाने का प्रयास करते हुए कहा, "मैं जानता हूं कि अमेरिका में ऐसा एक भी अभिभावक नहीं होगा जो मेरी ही तरह इस घटना पर इतना ही दुखी न हो।" उन्होंने कहा, "मारे गए लोगों में ज्यादातर बच्चे हैं, खूबसूरत और पांच से 10 साल उम्र के नन्हे बच्चे। उनके आगे उनका पूरा जीवन था। अभी उनके जीवन में उनके जन्मदिन, पढ़ाई, विवाह और फिर खुद उनके बच्चों का आना बाकी था।"
अधिकारियों का कहना है कि न्यूयार्क सिटी से करीब 100 किलोमीटर दूर कनेक्टिकट के न्यूटाउन में सैंडी हुक एलिमेंट्री स्कूल में हुई गोलीबारी में 20 बच्चों सहित 28 लोग मारे गए।
ओबामा ने कहा, "आज हमारा दिल इन नन्हें बच्चों के माता-पिता, उनके दादा-दादी, बहनों व भाइयों और हमले में मारे गए अन्य लोगों के परिजनों के लिए दुखी है।"
शुक्रवार को हुई गोलीबारी की यह घटना बीते एक सप्ताह में अमेरिका में इस तरह की दूसरी घटना है जबकि इस साल यहां गोलीबारी की कई घटनाएं हुई हैं।
ओबामा ने इस साल अमेरिका में हुई गोलीबारी की अन्य घटनाओं का हवाला देते हुए कहा, "एक देश के रूप में हम इस तरह की घटनाओं से कई बार गुजरे हैं। फिर चाहे वह घटना न्यूटाउन के प्राथमिक स्कूल की हो या ओरेगन के शॉपिंग मॉल की या विस्कॉन्सिन के गुरुद्वारे की या एयुरोरा के फिल्म थियेटर की या फिर शिकागो की एक सड़क की घटना हो।" उन्होंने कहा, "हमें भविष्य में इस तरह की त्रासदियों को रोकने के लिए अर्थपूर्ण कार्रवाई करने के लिए बिना किसी राजनीति के एकजुट होना चाहिए।"
कनेक्टीकट के मेयर डैन मेलॉय ने कहा, "आज यहां शैतान आया था।" भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक भी इस घटना से बेहद आहत हैं।
नार्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन (एनएपीए) ने कहा, "हम पीड़ितों एवं उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।"
विस्कोंसिन के एक गुरुद्वारे में पांच अगस्त को गोलीबारी में छह सिखों की मौत हो गई थी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कनेक्टीकट के मेयर को लिखे पत्र में इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
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