यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस भारत और यूनान के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के उद्देश्य से 21 फरवरी से भारत की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर आएंगे. यह यूनान के किसी राष्ट्राध्यक्ष की 15 साल के अंतराल के बाद पहली भारत यात्रा होगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल अगस्त में यूनान की यात्रा की थी और उस दौरान भारत एवं यूनान के संबंधों का स्तर ‘रणनीतिक साझेदारी' तक बढ़ाया गया था. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने उनकी यात्रा की घोषणा करते हुए शनिवार को बताया कि मित्सोटाकिस राष्ट्रीय राजधानी में ‘रायसीना डायलॉग' में मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता होंगे.
मित्सोटाकिस के साथ यूनान के वरिष्ठ अधिकारी और एक उच्चस्तरीय व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी भारत आएगा. विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस की यात्रा से भारत और यूनान के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत एवं गहरी होने की उम्मीद है.''
मित्सोटाकिस एथेंस लौटने से पहले मुंबई भी जाएंगे. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और प्रधानमंत्री मोदी अतिथि गणमान्य हस्ती के सम्मान में दोपहर के भोज की भी मेजबानी करेंगे.''
इसमें कहा गया है कि भारत और यूनान के संबंध साझा सांस्कृतिक मूल्यों, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता, सुरक्षा, नौवहन, समुद्री क्षेत्र में सहयोग और क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण पर आधारित है. दोनों देश विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर भी निकट सहयोग कर रहे हैं.
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