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This Article is From Mar 31, 2011

मनमोहन ने गिलानी से कहा, पुरानी दुश्मनी पीछे छोड़ें

मोहाली: क्रिकेट कूटनीति से उत्साहित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को अपनी पुरानी दुश्मनियों को पीछे छोड़कर अपनी समस्याओं के लिए स्थायी मेल-मिलाप और सहयोगात्मक समाधान का रास्ता ढूंढ़ना चाहिए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के लिए बुधवार की रात आयोजित रात्रिभोज में सिंह ने कहा कि दोनों पड़ोसी देशों को सहयोगात्मक समाधान ढूंढ़ने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और सम्मान के साथ जीने के लिए तरीके तलाशने चाहिए। उन्होंने कहा, हमें अपने देश की समस्याओं के समाधान के लिए पुरानी दुश्मनी को पीछे छोड़ देना चाहिए। बाद में सिंह ने कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों को साथ लाने में क्रिकेट के खूबसूरत खेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री ने एक टीवी चैनल से कहा कि क्रिकेट हमारे साथ आने का कारक बना है। यह दोनों प्रधानमंत्रियों को साथ लाया है और मैं कह सकता हूं कि यह बहुत अच्छी शुरुआत है। सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच चाहे जो भी मतभेद हों, हमें उनके समाधान का तरीका ढूंढ़ना होगा। उन्होंने कहा, गिलानी साहब और मैंने सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत बातचीत की और हम इस बात पर सहमत हुए कि रास्ते में कठिनाईयां हैं लेकिन इन कठिनाईयों से पार पाने में हम सभी ईमानदार कोशिश करेंगे।  जानजुआ ने कहा कि पाकिस्तान चल रही प्रक्रिया में सार्थक प्रगति की उम्मीद कर रहा है। जानजुआ ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम कठिनाइयों को कम करके नहीं आंकते हैं लेकिन हमें हमारी क्षेत्र की जनता के उज्ज्वल भविष्य का भरोसा है। उन्होंने कहा, रचनात्मक बातचीत जरूरी है ताकि हम अच्छे पड़ोसी का और सहयोगी संबंध स्थापित करने के लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ें। जानजुआ ने कहा, प्रधानमंत्री गिलानी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आश्वस्त किया कि वास्तव में सरकार और पाकिस्तान की जनता यही चाहती है। दोनों नेताओं के बीच बैठक के बारे में उन्होंने बताया कि गिलानी ने सिंह से कहा, दोनों पक्षों को क्षेत्र में स्थिरता और शांति के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, क्षेत्र में स्थिरता और शांति के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने तथा क्ष़ेत्र की जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने की दृष्टि से दक्षिण एशिया का दो महत्वपूर्ण देश होने के नाते पाकिस्तान और भारत को अपने मामलों का दायित्व लेने का यत्न करना चाहिए। गिलानी ने इस बात पर भी जोर दिया कि पाकिस्तान समानता, पारस्परिक विश्वास, पारस्परिक हित और पारस्परिक सम्मान के आधार पर भारत के साथ व्यापक वार्ता की दिशा में बढ़ना चाहता है। गिलानी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के न्योता पर मोहाली में भारत और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल मुकाबला देखने पहुंचे थे। दोनों नेताओं के एकसाथ मैच का आनंद उठाया और सिंह ने गिलानी के सम्मान में रात्रिभोज का भी आयोजन किया। उस मैच में भारत को जीत मिली। गिलानी ने सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पाकिस्तान आने का न्योता दिया। जानजुआ ने कहा कि गिलानी की पाकिस्तान भारत संबंधों की स्थिति और दुनिया के हालात पर मैत्रीपूर्ण वार्ता हुई। उन्होंने कहा कि गिलानी ने वार्ता प्रक्रिया की बहाली पर भी संतोष जताया और उन्होंने विश्वास जताया कि यह प्रक्रिया निर्बाध रहेगी। गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ रचनात्मक, निरंतर और परिणामोन्मुखी बातचीत की प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि उसका मानना है कि बातचीत ही एकमात्र उपाय है।

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