न्यूयॉर्क:
म्यामांर की लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू ची ने अमेरिकी छात्रों को भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की रचनाओं को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा है कि गांधी और और जवाहर लाल नेहरू ने उन्हें सबसे अधिक प्रभावित किया है।
सू ची ने कहा कि गांधी, नागरिक अधिकार कार्यकर्ता मार्टिन लूथर किंग और उनके पिता एवं 'राजनीतिक गुरु' आंग सान सिद्धांतवादी व्यक्ति थे, तथा जब देश के सैन्य शासकों ने उन्हें नजरबंद कर दिया था, तब वह स्वयं को अनुशासित रखने के लिए उनकी रचनाओं को पढ़ती थीं।
नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित 67-वर्षीय सू ची ने शनिवार को कोलंबिया यूनिवर्सिटी के सभागार में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी की रचनाओं ने उन्हें बहुत अधिक प्रेरित किया है। उन्होंने छात्रों से उनकी रचनाएं पढ़ने का आग्रह किया।
यह पूछे जाने पर कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए आगे बढ़ने के दौरान उन्हें अनुशासित रखने में उन पर सबसे अधिक किसका प्रभाव रहा है, सू ची ने कहा, गांधी का व्यक्तित्व वास्तव में अद्भुत है। मेरा मानना है कि आप सभी को उनकी रचनाएं पढ़नी चाहिए। आप उन्हें जितना अधिक पढ़ेंगे, आप उतने अधिक प्रभावित होंगे कि वह कौन थे और वह क्या थे।
सू ची ने कहा कि गांधी, नागरिक अधिकार कार्यकर्ता मार्टिन लूथर किंग और उनके पिता एवं 'राजनीतिक गुरु' आंग सान सिद्धांतवादी व्यक्ति थे, तथा जब देश के सैन्य शासकों ने उन्हें नजरबंद कर दिया था, तब वह स्वयं को अनुशासित रखने के लिए उनकी रचनाओं को पढ़ती थीं।
नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित 67-वर्षीय सू ची ने शनिवार को कोलंबिया यूनिवर्सिटी के सभागार में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी की रचनाओं ने उन्हें बहुत अधिक प्रेरित किया है। उन्होंने छात्रों से उनकी रचनाएं पढ़ने का आग्रह किया।
यह पूछे जाने पर कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए आगे बढ़ने के दौरान उन्हें अनुशासित रखने में उन पर सबसे अधिक किसका प्रभाव रहा है, सू ची ने कहा, गांधी का व्यक्तित्व वास्तव में अद्भुत है। मेरा मानना है कि आप सभी को उनकी रचनाएं पढ़नी चाहिए। आप उन्हें जितना अधिक पढ़ेंगे, आप उतने अधिक प्रभावित होंगे कि वह कौन थे और वह क्या थे।
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