
राजधानी की सड़कों पर जश्न मनाते लोग
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गाम्बिया में बैलट पेपर से नहीं बल्कि कंचों से वोटिंग होती है
इस चुनाव में 22 साल से राष्ट्रपति रहे याह्या जमेह को हार मिली है
जमेह ने पहले कहा था कि वह हजारों साल तक राष्ट्रपति रह सकते हैं
गाम्बिया में बैलट पेपर से नहीं बल्कि कंचों से वोटिंग होती है, जिसमें लोगों ने जमेह की जगह पेशे से प्रॉपर्टी डेवेलपर एडेमा बैरो को अगले राष्ट्रपति के रूप में पसंद किया. चुनाव आयोग के मुताबिक गुरुवार को हुए चुनाव में बैरो को 2,63,515 वोट मिले, वहीं राष्ट्रपति जमेह को 2,12,099 वोट मिले हैं.

राष्ट्रपति जमेह ने सरकारी टेलीविजन पर अपनी हार स्वीकार कर ली. उन्होंने टीवी पर पद से हटने की बात भी कही. जमेह ने सरकारी टीवी के सामने विपक्ष के विजयी नेता बैरो को फोन किया और चुनाव में उनके प्रदर्शन की तारीफ की. इसके अलावा उन्होंने चुनाव परिणामों को भी स्वीकार कर लिया.
दिलचस्प है जमेह ने करीब पांच साल पहले कहा था कि वह हजारों साल तक राष्ट्रपति रह सकते हैं. हालांकि शुक्रवार रात उन्होंने कहा, 'अल्लाह ने मुझे बताया है कि मेरा समय पूरा हो चुका है और मैं विनम्रतापूर्वक गाम्बिया के लोगों और आपके प्रति आभार प्रकट करता हूं.'
गौरतलब है कि आलोचक लंबे समय से गाम्बिया के चुनाव में धांधली और विपक्षियों का मुंह बंद करने के लिए उन्हें जेल में डालने का आरोप लगाते रहे हैं. ऐसे में ये चुनाव परिणाम आश्चर्यजनक रूप से चौंकाने वाले रहे.
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