देश के पीएम नरेंद्र मोदी G7 समिट के लिए इटली पहुंच गए हैं. उनका प्लेन रात 3:30 बजे अपुलिया के ब्रिंडसी एयरपोर्ट पर लैंड हुआ. प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी. यहां वे इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की समेत कई वर्ल्ड लीडर्स से मुलाकात करेंगे. तीसरी बार भारत का प्रधानमंत्री बनने के बाद ये नरेंद्र मोदी का पहला विदेश दौरा है. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बुधवार को कहा था कि जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी से पिछले वर्ष भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के परिणामों पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा. इटली के अपुलिया क्षेत्र के बोर्गो एग्नाजिया के आलीशान रिसॉर्ट में 13 से 15 जून तक यह बैठक आयोजित हो रहा है.
Landed in Italy to take part in the G7 Summit. Looking forward to engaging in productive discussions with world leaders. Together, we aim to address global challenges and foster international cooperation for a brighter future. pic.twitter.com/muXi30p4Bj
— Narendra Modi (@narendramodi) June 13, 2024
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की गुरुवार को इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका और यूक्रेन के बीच द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. बाइडेन के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जेक सुलिवन ने बुधवार को इटली जाने से पहले इस समझौते की घोषणा की. इटली जी7 के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है.
पंद्रह देश पहले ही यूक्रेन के साथ इसी तरह के सुरक्षा समझौते कर चुके हैं, जिनमें ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी शामिल हैं. सुलिवन ने कहा कि कीव के साथ बाइडेन प्रशासन की बातचीत अब अंतिम रूप ले चुकी है. उन्होंने ये नहीं बताया कि समझौते में क्या है, लेकिन इतना जरूर कहा कि यह दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने के तरीके के लिए एक "ढांचा" है.
क्या है G7?
G7 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं. वर्तमान में इटली इसकी अध्यक्षता कर रहा है. जी7 में शामिल देश वर्तमान में वैश्विक GDP का लगभग 45% और दुनिया की 10% से अधिक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं. G-7 को पहले G-8 के नाम से जाता था इसमें रूस भी शामिल था. हालांकि रूस के द्वारा क्रीमिया पर किए गए कब्जे के बाद रूस की सदस्यता खत्म हो गयी.
G-7 में किन मुद्दों पर रहेगा फोकस?
- जलवायु परिवर्तन
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- पर्यावरण
- खाद्य सुरक्षा
- मीडिल ईस्ट और यूक्रेन विवाद
- वैश्विक चुनौतियां
इटली की प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को किया है बैठक के लिए आमंत्रित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा था कि उन्होंने इटली के मुक्ति दिवस की 79वीं वर्षगांठ पर मेलोनी और इटली के लोगों को बधाई दी. मोदी ने कहा, ‘‘जून में जी7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. भारत में आयोजित जी20 के परिणामों को जी7 में आगे बढ़ाने पर चर्चा की. दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहरायी.''
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