सिडनी:
ऑस्ट्रेलिया के सुरक्षा प्रमुख ने चेतावनी दी है कि देश में पनपे कट्टरपंथी, नार्वे जैसे आतंकी हमलों को अंजाम दे सकते हैं। ऑस्ट्रेलियन सेक्योरिटी इंटेलिजेंस ऑर्गनाइजेशन (एएसआईओ) के महानिदेशक डेविड इरविन ने कहा कि अमेरिका में 11 सितंबर को हुए हमले के एक दशक बाद वास्तविक खतरा कट्टरपंथी युवकों से है। उन्होंने कहा, हालिया खतरों के मद्देनजर, अल-कायदा और उसके पश्चिम विरोधी आतंकवादी सहयोगियों ने ऑस्ट्रेलिया को अपना निशाना बताया है, यह चिंता का प्रमुख विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यह भी उतनी ही चिंता का विषय है कि कुछ संख्या में ऑस्ट्रेलिया के निवासियों ने हिंसक धार्मिक कट्टरपंथ की विचारधारा को अपना लिया है और वह ऑस्ट्रेलिया और दुनिया में आतंकी गतिविधियों की योजना बना रहे हैं। इरविन ने कहा, घर में विकसित हुए इस आतंकवाद में ज्यादातर ऑस्ट्रेलियायी युवक शामिल हैं। इन्हें कट्टरपंथ की शिक्षा यहीं के कट्टरपंथियों या फिर विदेशी संस्थाओं से मिली है। इनपर लगातार नजर रखने की जरूरत है। एडिलेड विश्वविद्यालय में कल अपने एक व्याख्यान में इरविन ने कहा कि जुलाई में नार्वे में हुई गोलीबारी और धमाके जैसी घटना ऑस्ट्रेलिया में भी हो सकती है। इस घटना में 77 लोग मारे गए थे। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने सितंबर 2001 में अमेरिका में हुए धमाके के बाद चार आतंकी हमलों को विफल किया है।
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