
- फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 5 साल की जेल की सजा मिली है.
- सरकोजी को हाई-सिक्योरिटी ला सांते जेल में रखा गया है जहां उन्हें कैदियों ने जान से मारने की धमकी दी है.
- कैदियों ने सरकोजी को गद्दाफी का बदला लेने की धमकी दी है और दो पुलिस अधिकारियों को यहां तैनात किया गया है.
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी की पांच साल की सजा का आगाज मंगलवार से हो गया है. फ्रांस के आधुनिक राजनीतिक इतिहास में यह पहला मौका है जब उसके किसी राष्ट्रपति को इस तरह से सलाखों के पीछे भेजा गया है. एक आलिशान और लग्जरी लाइफ जीने के आदी सरकोजी के पहले से ही जेल जाना एक इमोशनल ब्रेकडाउन वाला पल था, ऐसे में जब उनका आमना-सामना जेल के खतरनाक कैदियों से हुआ तो उनकी तकलीफें और बढ़ गईं. जेल में कैदियों ने सरकोजी को जान से मारने की धमकी दी है. पहले दिन ही सरकोजी को मिली इस धमकी ने उनकी सुरक्षा की चिंताओं को और बढ़ा दिया.
पहली रात रही डरावनी
ब्रिटिश अखबार द सन की एक रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा कारणों से दो पुलिस अधिकारियों को तुरंत उनके करीब वालीकोठरी में भेजा गया. इन कैदियों ने सरकोजी से 'गद्दाफी का बदला लेने' की कसम खाई है. 70 साल के सरकोजी इस समय पेरिस की हाई-सिक्योरिटी वाली ला सांते जेल में बंद हैं. निश्चित तौर पर उनके लिए जेल की पहली रात काफी डरावनी थी. यहां पर उनका 'स्वागत' उनके दिल की धड़कनों को बढ़ाने वाला था. सरकोजी को लीबियाई तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफी से मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए गैरकानूनी तरीके से धन स्वीकार करने का दोषी ठहराया गया है.
सामने आया वीडियो
सरकोजी के जेल में पहुंचने के कुछ ही घंटों बाद एक वीडियो ऑनलाइन सामने आया है. इस वीडियो में उनके एक साथी कैदी चिल्लाते हुए सुना जा सकता है, 'सार्को, वह यहीं है, एक अलग हिस्से में बंद है. वह अपनी कोठरी में बिल्कुल अकेला है. वह अभी-अभी आया है.' वीडियो में आगे कहा गया है, 'मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025 को वह आया है और अब उसके बुरे दिन शुरू होने वाले हैं.'
C'était donc ça, mettre Nicolas Sarkozy en prison ?
— Matthieu Valet (@mvalet_officiel) October 21, 2025
Pour que l'ex-Président se fasse harceler, insulter et menacer de mort par des racailles fières de se filmer avec leur téléphone interdit depuis leur cellule ?
Qu'on garde des places de prison pour les agresseurs de flics 🇫🇷 ! pic.twitter.com/XC4laM8EYD
वीडियो में आगे सुना गया है, 'उसकी कोठरी के ठीक नीचे एक सोलिटरी कॉन्फाइनमेंट है, यह सोलिटरी है, वह उसके ठीक ऊपर है. और हम सब कुछ जानते हैं, हम गद्दाफी का बदला लेंगे. हम सब कुछ जानते हैं, सार्को… अरबों डॉलर वापस करो'. एक और क्लिप में कैदी सरकोजी के कद का मजाक उड़ा रहे हैं और उन्हें 'लिटिल निकोला' कहते हुए उन्हें गालियां देते हुए नजर आ रहे हैं. सरकोजी का कद करीब 5 फीट 5 इंच से कुछ कम है.
सरकोजी को मिली सिक्योरिटी
बुधवार को फ्रांस के गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि वीआईपी प्रोटेक्शन सर्विस (SDLP) के दो अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वो पूर्व राष्ट्रपति की कोठरी के ठीक बगल वाली सेल में 24 घंटे मौजूद रहें.' अब सारकोजी की कोठरी के पास तैनात पुलिसकर्मी भी रातभर जेल में गूंजती धमकियों और चिल्लाहट को सुन रहे हैं.
ला सान्ते जेल के नियमित कर्मचारियों ने सारकोजी के लिए तैनात इन स्पेशल सिक्योरिटी ऑफिसर्स पर नाराजगी जताई है. एक सीनियर जेल अधिकारी ने खुलासा किया कि स्टाफ के बीच इस फैसले को लेकर काफी असंतोष है. उन्होंने कहा कि वो सभी पूरी तरह से ट्रेन्ड हैं और उन्हें पुलिस की मदद की जरूरत नहीं है. सरकोजी अपनी अलग कोठरी में हैं जहां वे पूरी तरह सुरक्षित हैं. वो वहीं सोते हैं, खाना खाते हैं और नहाते हैं. साथ ही दिन में सिर्फ एक घंटे के लिए टहलने बाहर निकलते हैं. उनके वकीलों ने बताया कि जेल में सरकोजी की पहली रात 'डरावनी' रही.
क्या था सारा मामला
साल 2011 में रॉयल एयरफोर्स और फ्रेंच एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने बड़े पैमाने पर बमबारी अभियान चलाया था. इस मिशन का अंत तब हुआ जब गद्दाफी को भीड़ ने बुरी तरह से मारा डाला था. उस समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन थे और उन्होंने सरकोजी के साथ लीबिया का दौरा किया. कुछ लोग ऐसा दावा भी करते हैं कि सरकोजी अपने पुराने दोस्त और सहयोगी को मारना चाहते थे क्योंकि उनके पास कुछ आपत्तिजनक सबूत थे. माना जा रहा है कि जेल के कैदी इसी वजह से गद्दाफी का बदला लेने की बात कह रहे हैं.
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